300 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम करने वाले कादर ख़ान नहीं रहे
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर ख़ान का निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थे और कनाडा में अपने बेटे सरफ़राज ख़ान के साथ रह रहे थे। अब कादर के बेटे सरफ़राज ख़ान ने इस बात की पुष्टि कर दी है। इससे पहले भी उनके निधन की ख़बरें आई थीं लेकिन तब सरफ़राज ने उनको अफ़वाह बताया था। कादर ख़ान ने 300 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया। 1970 और 1980 के दशक में जाने-माने स्क्रीनराइटर भी रहे थे।
सरफ़राज ने मीडिया को बताया, ‘मेरे डैड हमें छोड़कर चले गए हैं। 31 दिसंबर शाम छह बजे (कनाडा का टाइम) उनका निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह दोपहर को कोमा में चले गए थे। वह 16-17 हफ़्ते से अस्पताल में थे। उनका अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया जाएगा। हमारा पूरा परिवार यहीं पर है और हम यहाँ लंबे समय से रह रहे हैं। हम सबकी दुआओं के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं।'
गोविंदा-कादर खान की जोड़ी नंबर वन
कादर ख़ान अपने संजीदा और कॉमेडी दोनों ही तरह के किरदारों के लिए ख़ास पहचान रखते थे। गोविंदा के साथ तो उनकी कमाल की ट्यूनिंग रही है। सिल्वर स्क्रीन पर कादर ख़ान और गोविंदा की जोड़ी नंबर वन थी। दोनों ने कई सुपरहिट फ़िल्में दीं। इनमें दरिया दिल, राजा बाबू, कुली नंबर-1, छोटे सरकार, आँखें, तेरी पायल मेरे गीत, आंटी नंबर-1, हीरो नंबर-1, दूल्हे राजा, अँखियों से गोली मारे सहित कई फ़िल्मों की लंबी फ़ेहरिस्त है।
काबुल में जन्मे थे
कादर ख़ान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 में अफ़ग़ानिस्तान के काबुल में हुआ था। फ़िल्मों में एंट्री करने से पहले उन्होंने सिविल इंज़ीनियरिंग के छात्रों को पढ़ाया भी था। उनकी डेब्यू फ़िल्म दाग थी, जो कि 1973 में रिलीज़ हुई थी। इसमें कादर ख़ान के अपोजिट राजेश खन्ना थे। इस फ़िल्म के बाद उन्हें काफ़ी शोहरत मिली। एक के बाद एक उन्होंने कई सुपरहिट फ़िल्में कीं।