बंगाल: जेपी नड्डा के काफ़िले पर हमला, टीएमसी पर आरोप
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान कितना जबरदस्त घमासान होने वाला है, उसकी तसवीर पांच महीने पहले से ही दिखने लगी है। पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरूवार को हमला हुआ है और इसका आरोप सरकार में बैठी टीएमसी पर लगा है।
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी के शीशे पत्थर फेंके जाने के कारण चकनाचूर होते दिख रहे हैं। विजयवर्गीय की गाड़ी नड्डा के काफिले में शामिल थी। नड्डा को जेड सिक्योरिटी हासिल है, ऐसे में उनके काफ़िले पर हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में मई-जून में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं ने राज्य में सियासी दौरे तेज कर दिए हैं। इसी कड़ी में नड्डा भी बंगाल के दौरे पर हैं। नड्डा गुरूवार को डायमंड हॉर्बर इलाक़े में पहुंचे थे, जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी सांसद हैं।
हमले के दौरान प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष भी काफ़िले में थे। घोष ने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता पार्टी के झंडे लिए हुए थे और उन्होंने लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया। घोष ने कहा कि उनके काफ़िले में शामिल कई गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कई जगहों पर पुलिस ग़ायब रही और कुछ जगहों पर मूकदर्शक बनी खड़ी रही। जबकि टीएमसी के सांसद सौगुता रॉय ने कहा है कि यह संभव नहीं है कि पुलिस हर इंच पर खड़ी रहे।
इस बारे में घोष ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा था कि डायमंड हॉर्बर के इलाक़े में टीएमसी के गुंडों के द्वारा नड्डा के दौरे का विरोध करने की योजना बनाई गई है।
बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने नड्डा के दौरे से पहले बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। टीएमसी ने इस तरह के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, गुरूवार को सिराखोल में टीएमसी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। जैसे ही बीजेपी नेताओं का काफ़िला वहां पहुंचा, काफ़िले में शामिल गाड़ियों पर पत्थरों, ईंटों से हमला किया गया। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में जंगल राज चल रहा है।
धनखड़ मैदान में कूदे
इस घटना पर राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी ट्वीट किया है। धनखड़ ने कहा कि ममता के राज में बढ़ती तानाशाही और ख़त्म होती क़ानून व्यवस्था के कारण वह चिंतित हैं। उन्होंने पुलिस को निशाने पर लेते हुए कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष के काफ़िले पर हमला हुआ है और पश्चिम बंगाल की राजनीतिक पुलिस इसके समर्थन में है और यह तब हो रहा है जब उन्होंने गुरूवार सुबह ही मुख्य सचिव और डीजीपी को क़ानून व्यवस्था को लेकर चेताया था।
सरकार बनाना चाहती है बीजेपी
बंगाल बीजेपी के निशाने पर है और पार्टी वहां किसी भी तरह अपना परचम लहराना चाहती है। बंगाल में सरकार बनाने के लिए आरएसएस भी लगातार सक्रिय है। हाल ही में बीजेपी ने कई नेताओं को वहां प्रभारी बनाकर भेजा है। राज्य में बीजेपी और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़पें होना आम बात है, जिसमें दोनों ओर के कार्यकर्ताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है। विधानसभा से लेकर पंचायत और लोकसभा चुनाव तक दोनों दलों के कार्यकर्ता बुरी तरह भिड़ते रहे हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव आने तक हालात को संभालना बहुत बड़ी चुनौती होगी।