रूस के ख़िलाफ़ अमेरिका का रुख लगातार कड़ा होता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को उसके ख़िलाफ़ कुछ नए प्रतिबंध लगाए हैं। रूस के द्वारा पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी इलाकों - लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश की मान्यता देने के बाद से ही अमेरिका, कनाडा सहित कई देशों ने उसके ख़िलाफ़ घेरेबंदी तेज़ कर दी है।
बाइडेन ने कहा है कि पुतिन का यह कदम यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की शुरुआत है। व्हाइट हाउस में बाइडेन ने कहा कि अमेरिका रूस के दो बड़े वित्तीय इदारों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने जा रहा है। इन के नाम वीईबी और मिलिट्री बैंक हैं।
बाइडेन ने यह भी कहा कि हमने रूसी सरकार को पश्चिमी देशों से मिलने वाली वित्तीय मदद को भी रोक दिया है। रूस अब अमेरिका या यूरोप के बाजारों में भी व्यापार नहीं कर सकेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन पर भड़कते हुए कहा कि पुतिन को यह हक किसने दिया कि वह अपने पड़ोसी देशों में कुछ कथित देशों को बनाने का एलान कर दें। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ने रूस के अमीर घरानों और उनके परिवार के सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं।
रूस के द्वारा लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश घोषित करने के तुरंत बाद अमेरिका ने इनके साथ निवेश व व्यापार न करने का फैसला किया था।
कनाडा ने भी खोला मोर्चा
उधर, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि रूस ने जो कदम उठाए हैं वह लोकतंत्र पर हमला हैं और साथ ही यह दुनिया भर में शांति के लिए भी एक खतरा है।
उन्होंने कहा है कि यह किसी संप्रभु राज्य पर आक्रमण है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कनाडा इसके जवाब में रूस पर कुछ आर्थिक प्रतिबंध लगाने जा रहा है।
जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट कर कहा कि ये प्रतिबंध रूस के डूमा राज्य पर लागू होंगे जिसने लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश के तौर पर मान्यता देने के लिए पक्ष में वोटिंग की है। ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार नैटो को मजबूती देने के लिए कनाडा के सैन्य बलों में अतिरिक्त लोगों की तैनाती भी कर रही है।