कोरोना: त्योहारों से पहले झारखंड में भी लगा समारोहों पर प्रतिबंध
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच झारखंड में भी सख़्ती बढ़ाई गई है। होली, ईद, शब-ए-बारात, ईस्टर, नवरात्रि, रामनवमी जैसे त्योहारों से पहले सार्वजनिक जगहों पर समारोहों और लोगों के इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सार्वजनिक जगहों और धार्मिक स्थलों के लिए सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
एक दिन पहले यानी शुक्रवार को देर शाम जारी किए गए इस दिशा-निर्देश के अनुसार सार्वजनिक जगहों पर त्योहारों का उत्सव मनाने पर पाबंदी रहेगी। इसमें कहा गया है कि सभी तरह की शोभायात्राएँ और जुलूस प्रतिबंधित रहेंगे।
देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी हाल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। हालाँकि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात जैसे राज्यों की तरह संक्रमण के मामले बहुत ज़्यादा नहीं आ रहे हैं, लेकिन तेज़ी आई है। शुक्रवार को ही झारखंड में 308 संक्रमण के मामले आए। इसके साथ ही राज्य में अब संक्रमण के सक्रिय मामले 1399 हो गए हैं।
राज्य में अब तक क़रीब 1 लाख 20 हज़ार संक्रमण के मामले आए हैं और 1103 लोगों की मौत हुई है।
संक्रमण में तेज़ी को देखते हुए ही राज्य सरकार ने नये दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि कंटेनमेंट ज़ोन में सभी तरह की गतिविधियाँ प्रतिबंधित होंगी। हालाँकि ज़रूरी सेवाओं को जारी रखने की छूट होगी।
राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश। pic.twitter.com/rjuJSI5ysP
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) March 26, 2021
इस दिशा-निर्देश में यह भी कहा गया है कि उप चुनाव होने वाले क्षेत्रों में चुनाव आयोग द्वारा तय नियम के अनुसार ही राजनीतिक भीड़ इकट्ठी हो सकेगी। परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों को पाबंदी से मुक्त रखा गया है। दिशा-निर्देशों की पालना करने वाले सार्वजनिक परिवहन को जारी रखने की छूट दी जाएगी। होटल, रेस्तराँ, बार, शॉपिंग मॉल को कोरोना दिशा-निर्देश पालन करने पर सेवाएँ जारी रहने दी जाएँगी।
महाराष्ट्र में 28 मार्च से रात का कर्फ्यू
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने पूरे राज्य में रात के कर्फ्यू की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि इस संबंध में एक अलग आदेश जल्द ही आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग द्वारा जारी किया जाएगा। इसके साथ ही मॉल को निर्देश दिया गया है कि वे रात आठ बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे।
यह फ़ैसला तब लिया गया है जब राज्य में कोरोना संक्रमण अनियंत्रित हो गया है। राज्य कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है और पहली लहर से कहीं ज़्यादा संक्रमण के मामले आ रहे हैं। राज्य में शुक्रवार को 36 हज़ार 902 संक्रमण के मामले आए हैं। एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को एक दिन में ही 35 हज़ार 952 संक्रमण के मामले आए। बुधवार को 31 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए थे।
मुंबई में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन 5 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए। राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर है और यह पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ी से फैल रहा है। जब पहली लहर आई थी तो एक दिन में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पिछले साल 11 सितंबर को आए थे और तब 24 हज़ार 886 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए थे। यानी इस बार अब तक ही डेढ़ गुना ज़्यादा मामले आ चुके हैं।
देश में 24 घंटों में 62,336 केस
देश में 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 62,336 मामले सामने आए हैं जो पिछले साल 17 अक्टूबर के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस दौरान 289 लोगों की मौत हुई है और यह 30 दिसंबर के बाद सबसे ज़्यादा है। भारत में अब तक कुल 1,19,08,373 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि 1,61,275 लोगों की मौत हो चुकी है।
बीते 24 घंटों में एक्टिव मामलों में भी जबरदस्त उछाल आया और इनमें एक ही दिन में 32 हज़ार मामले बढ़ गए और कुल आंकड़ा 4.5 लाख से ज़्यादा हो गया। कोरोना संक्रमण के मामलों का यह आंकड़ा अचानक 40 से 50 और फिर 60 हज़ार तक पहुंच गया है।