भारत दौरे पर जापान के पीएम, 42 अरब डॉलर के निवेश की योजना
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 2 दिन के भारत दौरे पर हैं और इस दौरान वह भारत में 42 अरब डॉलर के निवेश का एलान कर सकते हैं। यह निवेश अगले 5 सालों में किया जाएगा। इसके अलावा जापान के प्रधानमंत्री 300 अरब येन का लोन भी भारत को दे सकते हैं।
भारत और जापान के प्रधानमंत्रियों के बीच मुलाकात के दौरान कार्बन को कम करने को लेकर ऊर्जा सहयोग से जुड़े एक दस्तावेज पर भी दस्तख़त हो सकते हैं।
इससे पहले 2014 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत आए थे और तब जापान ने 3.5 ट्रिलियन येन का निवेश भारत में किया था।
यात्रा से पहले जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि क्योंकि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया है इसलिए वह अपनी भारत यात्रा के दौरान अंतरराष्ट्रीय एकता पर जोर देंगे और इस बात को पुख्ता करेंगे कि भारत और जापान तमाम मसलों पर मिलकर काम करें।
भारत में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जापान के प्रधानमंत्री इस दौरान 14वीं भारत-जापान समिट में शामिल होंगे। इससे पहले यह समिट 2018 में जापान में हुई थी। 2020 और 2021 में कोरोनावायरस के चलते यह समिट नहीं हो सकी।
दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान राजनीतिक रिश्तों और अलग-अलग मामलों में द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की जाएगी। इस दौरान यूक्रेन-रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर भी बात हो सकती है।
भारत और जापान ने अपने रणनीतिक संबंधों को और मजबूत किया है और रक्षा, सुरक्षा और क्षेत्रीय मामलों में भी दोनों देशों के रिश्तों में प्रगति हुई है।
भारत और जापान क्वैड के हिस्से हैं और इसमें अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं। जापान भारत में शहरी ढांचे के विकास और हाई स्पीड रेलवे को विकसित करने में मदद कर रहा है।