वरिष्ठ पत्रकार शीतला सिंह का 94 वर्ष की उम्र में निधन
जनमोर्चा अख़बार के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार शीतला सिंह का आज निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और उन्हें फैजाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राजनीति और पत्रकार जगत से जुड़े लोगों ने कहा है कि शीतला सिंह जी के निधन से पत्रकारिता जगत की बहुत बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने कहा है कि वह पत्रकारिता जगत के एक बड़े मजबूत स्तंभ थे।
We mourn the loss of Sheetla Singh, senior journalist & editor of Faizabad-based daily Jan Morcha. He was widely respected for his insightful, objective writings. Humility, openness to suggestions, and friendly nature were his hallmark. He will be deeply missed. pic.twitter.com/5Pt5IrkyWH
— Press Club of India (@PCITweets) May 16, 2023
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतला सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि उनकी संवेदनाएँ शोकाकुल परिवार के साथ हैं।
जनपद फतेहपुर में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 16, 2023
जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को…
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि शीतला सिंह जी हिंदी पत्रकारिता के ऐसे मजबूत स्तंभ थे जिन्होंने हमेशा लोकतंत्र एवं जनहित को सर्वोपरि रखा और कभी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। प्रियंका ने कहा कि उनके जाने से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
वरिष्ठ पत्रकार एवं 'जनमोर्चा' अखबार के प्रधान संपादक श्री शीतला सिंह जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 16, 2023
शीतला सिंह जी हिंदी पत्रकारिता के ऐसे मजबूत स्तंभ थे जिन्होंने हमेशा लोकतंत्र एवं जनहित को सर्वोपरि रखा और कभी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। उनके जाने से पत्रकारिता…
यश भारती पुरस्कार से सम्मानित शीतला सिंह भारत प्रेस परिषद के सदस्य भी रहे। वह आजीवन जनमोर्चा के संपादक रहे। राम आंदलोन के समय शीतला सिंह का अख़बार जनमोर्चा देश भर के पत्रकारों की रिपोर्टिंग में मददगार साबित होता रहा। नवेद शिकोह लिखते हैं, 'राम आंदोलन के समय अयोध्या बाहरी मीडिया का केंद्र था और जनमोर्चा यहां का मेज़बान बनके देशभर के पत्रकारों का मददगार और मार्गदर्शक बनता था। जनमोर्चा की विश्वसनीयता को ताक़त देने वाले इस अख़बार के संपादक शीतला सिंह थे। शीतला सिंह का मतलब जनमोर्चा था और जनमोर्चा का अर्थ शीतला सिंह था।' वह कहते हैं कि ख़ासकर नब्बे के शुरुआती दशक में उनके इस स्थानीय अख़बार से लोग अयोध्या के नए मिजाज़ की पड़ताल करते थे।
दैनिक समाचार पत्र जनमोर्चा के प्रधान संपादक श्री शीतला सिंह जी का निधन अत्यंत दुःखद।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 16, 2023
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। pic.twitter.com/h6urLjPZcg
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर अक्सर खूब वायरल होती है, जब गोरखपुर के सांसद थे तब की इस तस्वीर में योगी पठन-पाठन कर रहे हैं और उनकी गोद में एक वानर बैठा है और सामने जनमोर्चा अखबार रखा दिखता है। नवेद लिखते हैं कि पत्रकारिता का संतुलन, निष्पक्षता का मर्म, सिद्धांत और मूल्यों की मौत के साथ शीतला सिंह जैसे पत्रकारों का निधन और भी रुलाता है।