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कश्मीरः बर्फ पर फैशन शो लेकिन लोग नहीं पिघले, जबरदस्त विरोध

कश्मीरः बर्फ पर फैशन शो लेकिन लोग नहीं पिघले, जबरदस्त विरोध

कश्मीर के गुलमर्ग में एक फैशन शो आयोजित हुआ। इसका धार्मिक उलेमाओं के अलावा जम्मू कश्मीर विधानसभा में भी भारी विरोध हुआ। इस पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को सफाई देना पड़ी। समझिये पूरा मामलाः

फैशन शो का उद्देश्य होता है, फैशन और स्टाइल की दुनिया में कुछ नया, कुछ शानदार लाना। अक्सर फैशन डिजाइनर अपने डिजाइन की वजह से चर्चा में आते हैं। शायद डिजाइनर शिवन और नरेश की तमन्ना भी अपने स्टाइल और क्रिऐटिवटी की वजह से चर्चा में आने की रही होगी पर हुआ एकदम अलग। कश्मीर के गुलमर्ग में हुआ उनका हालिया फ़ैशन शो विवादों में आ गया है। इसकी वजह है ऐसे समय में कश्मीर में फैशन शो करना जब रमजान चल रहा हो। डिजाइनर द्वय शिवन और नरेश पर आरोप है कि उन्होंने कश्मीर की सांस्कृतिक संवेदना को भड़काया है।

7 मार्च को गुलमर्ग में शिवन और नरेश ने अपना नया कलेक्शन लॉन्च किया। मौका था इस डिजाइनर जोड़े के पंद्रहवीं सालगिरह का। फैशन शो में श‍िवन और नरेश ने स्नो स्की के अपने डिजाइनर वेयर दुनिया के सामने रखा। इन कपड़ों को की स्त्री और पुरुष फैशन मॉडल ने पहनकर बर्फ पर रैम्प वाक किया। जम्मू कश्मीर सरकार ने कहा कि इस फैशन शो को अनुमति नहीं दी गई थी।

इस शो के कुछ घंटों के बाद ही  शो की टाइमिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया क्योंकि इस वक़्त रमज़ान का पवित्र महीना चल रहा है। इस वक़्त में ऐसे बोल्ड फैशन शो के आयोजन को की लोगों ने ग़लत ठहराया।  कई धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई।

कश्मीर के धार्मिक नेता मिरवाइज़ उमर फारूक़ ने सोशल मीडिया पर कहा कि “ये बिल्कुल शर्मनाक है कि रमज़ान के पाक महीने में ऐसा अश्लील फैशन शो गुलमर्ग में हो रहा है। ये हमारी संस्कृति के खिलाफ़ है।” मीर वाइज ने यह सवाल भी उठाया कि सूफी, संत संस्कृति और लोगों के गहरे धार्मिक नजरिए के लिए पहचानी जाने वाली घाटी में इसे कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है? उन्होंने आगे कहा कि इसमें शामिल लोगों को तुरंत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर इस तरह की अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उनके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कश्मीर के मुख्यमंत्री  उमर अब्दुल्ला के आधिकारिक हैंडल कि ओर से जवाब आया कि  “यह सदमा और गुस्सा पूरी तरह से समझ में आता है। मैंने जो तस्वीरें देखी हैं, उनमें स्थानीय संवेदनशीलता के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा दिखाई देती है और वह भी इस पवित्र महीने के दौरान।“

उन्होंने इस पर तुरंत कार्रवाई की बात भी की। उन्होंने आगे लिखा कि “मेरा कार्यालय स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मैंने अगले 24 घंटों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई, जैसा उचित होगा, की जाएगी।“

मुख्यमंत्री की झटपट कार्रवाई के बाद भी कश्मीर में मामला शांत नहीं हुआ। इस मसले पर राज्य की विधानसभा में भी काफी हंगामा हुआ। विपक्षी नेताओं ने लोगों की धार्मिक भावना का सम्मान न करने का आरोप लगाया है।

अपने बचाव में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह निजी आयोजन था। जिसके बाद विपक्ष ने उन्हें पूरी तरह घेर लिया। विपक्षी नेता और PDP  प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में इस तरह का आयोजन एक अभद्र तमाशे में तब्दील हो गया, जो चौंकाने वाला है। यह निंदनीय है कि निजी होटल व्यवसायियों को इन आयोजनों के माध्यम से ऐसी अश्लीलता को बढ़ावा देने की अनुमति दी जाती है, जो हमारे सांस्कृतिक मूल्यों के बिल्कुल विपरीत है। सरकार निजी मामला बताकर जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती।

गौरतलब है कि रमजान को इस्लाम धर्म का सबसे प्रमुख महीना माना जाता है। इस महीने में लोग रोज़ा रखते हैं। रोज़े का एक उद्देश्य अधिकतम आत्म-संयम बरतना भी होता है।  कश्मीर का घाटी इलाका इस्लाम बहुल प्रदेश है। इस वजह से गुलमर्ग में इस वक़्त में इस तरह के फैशन शो पर कई सवाल उठ गये। लोगों ने यहाँ तक कहा कि यह कश्मीर की भावना और कश्मीरियत का मज़ाक बनाना है। आधुनिकता के नाम पर कश्मीर की रूह को दागदार किया जा रहा है।

हालांकि इस ख़बर के आने तक सूचना मिली है कि शिवन और नरेश की जोड़ी ने माफी मांग ली है। उनका यह कहना है कि उन्होंने खुद चार दिन तक निजी आयोजन किया था, इससे प्रशासन का कोई लेना देना नहीं था। इस डिजाइनर जोड़े के माफी मांगने के बाद उम्मीद है कि विवाद शांत हो जाए पर आप क्या सोचते हैं? इसे किस नजरिए से देखा जाना चाहिए? 

(रिपोर्टः अणु शक्ति सिंह, संपादनः यूसुफ किरमानी)

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