कश्मीर में बिहारियों की हत्या पर राजनीति तेज़, तेजस्वी के निशाने पर नीतीश
जम्मू-कश्मीर में दो बिहारी मजदूरों की हत्या की गूंज उनके गृह राज्य में भी सुनाई दे रही है। इस आतंकवादी हमले पर बिहार में राजनीति तेज़ हो गई है, जहाँ सरकार ने इस पर चिंता जताते हुए श्रीनगर से ज़रूरी कदम उठाने को कहा है तो विपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है।
याद दिला दें कि आतंकवादियों ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िला स्थित विनपोह में हमले कर दो बिहारी मजदूरों की हत्या कर दी। इस हमले में एक मजदूर घायल भी हो गया।
मारे गए मजदूरों की पहचान राजा ऋषिदेव और जोगिन्द्र ऋषिदेव के रूप में की गई है। वहीं घायल आदमी की पहचान चुनचुन ऋषिदेव के तौर पर हुई है।
नीतीश पर तेजस्वी का हमला
इस पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ज़ोरदार हमला बोला।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार राज्य में रोज़गार के मौके बनाने में नाकाम रहे जिस कारण बिहारियों को राज्य के बाहर जाकर नौकरी करनी पड़ती है और वे वहाँ मारे जाते हैं। उन्होंने इसे 'डबल इंजन की सरकार की दुहरी मार' क़रार दिया।
डबल इंजन सरकार की डबल मार
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2021
“बिहार में नौकरी-रोजगार देंगे नहीं
बाहर जाओगे तो मार दिए जाओगे”
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी एक बिहारी की जान की क़ीमत 2 लाख रुपए लगा कर बिना कोई संवेदना प्रकट किए फिर सुषुप्त अवस्था में चले जाएँगे। pic.twitter.com/hP0rrgPewc
क्या कहा नीतीश ने?
इसके बाद इस पर राजनीति तेज़ हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुलगाम की वारदात की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि इससे लोगों के मन में डर फैलेगा। उन्होंने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा,
“
यह चिंता की बात है कि जो लोग रोजी-रोटी की तलाश में जम्मू-कश्मीर गए हुए थे, उन्हें चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। प्रशासन को इस तरह घटनाओं पर हर हाल में रोक लगानी चाहिए।
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
लेफ़्टीनेंट गवर्नर से की बात
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लेफ़्टीनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से बात कर अपनी चिंता से उन्हें अवगत कराया है। इसके अलावा राज्य सरकार के अफ़सर जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ बात कर रहे हैं और लगातार संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का हर नागरिक कहीं जाकर काम कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की वारदात फिर न हो।
नीतीश कुमार ने इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए का अनुदान देने का भी एलान किया।
लेफ़्टीनेंट गवर्नर की चेतावनी
जम्मू-कश्मीर के लेफ़्टीनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने इसके पहले कहा था कि आतंकवादियों और उनसे सहानुभूति रखने वालों का पता लगाया जाएगा और उनसे ख़ून के हर बूंद का बदला लिया जाएगा।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी ने जम्मू-कश्मीर में हुई नागरिकों की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया। उन्होंने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "मैं बहुत परेशान हूं क्योंकि बिहारी मजदूर जम्मू-कश्मीर में मारे गए हैं। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्थिति नहीं संभाल सकते है तो हम पर छोड़ दें, बिहार के लोग 15 दिन में सब ठीक कर देंगे।"
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में लगभग तीन लाख प्रवासी मजदूर रहते हैं, जिनमें से अधिकतर बिहार व उत्तर प्रदेश के हैं। ये मजदूर जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों को धान की खेती, सेब की बागवानी और ईंट भट्ठे के काम में मदद करते हैं। ये इन मामलों में हुनरमंद लोग होते हैं और स्थानीय लोग इन पर निर्भर रहते हैं।