जहांगीरपुरी हिंसाः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है विरोध
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हिंसा पर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस हिंसा पर अमेरिका की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने भी प्रतिक्रिया दी है। 18 ग्रैंड स्लैम सिंगल्स जीतने वाली मार्टिना नवरातिलोवा ने जहांगीरपुरी हिंसा पर ट्वीट कर सीधे पीएम मोदी से सवाल पूछा है।
मार्टिना ने पत्रकार राना अयूब के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, "निश्चित रूप से यह मंजूर नहीं है, है ना मोदी?" मार्टिना का ये ट्वीट अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिस पर यूजर्स जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं।
राना अयूब ने एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें कुछ युवक हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हथियार लहराते देखे जा सकते हैं। जहांगीरपुरी की घटना के बारे में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर सीधा हमला किया था। ओवैसी के ट्वीट पर भी विदेशों से काफी प्रतिक्रिया आई। लोगों ने मोदी सरकार को नाकाम सरकार करार दिया। लोगों ने लिखा कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ अगर यही बर्ताव होता रहा तो दुनिया भर में भारत की साख नहीं बचेगी। कुछ लोगों ने कहा कि दक्षिणपंथी समूह भारत को लगातार कमजोर कर रहे हैं। वो देश को बांट रहे हैं। उन्हें नहीं पता कि इसका नतीजा क्या निकलेगा।
Certainly this is not acceptable, right Modi? https://t.co/fy8gIjqx2w
— Martina Navratilova (@Martina) April 17, 2022
बता दें कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी। फरवरी 2020 के दंगों के बाद से दिल्ली में पहली सांप्रदायिक भड़क में, 16 अप्रैल को शहर के जहांगीरपुरी इलाके में एक हनुमान जयंती जुलूस के दौरान पथराव और झड़प के कारण 8 पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गए थे। इसके बाद, वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो। पुलिस का फ्लैग मार्च भी हो रहा है।
इस मामले में पुलिस ने अब तक 21 लोगों और दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपियों के कब्जे से 2 तमंचे और 5 तलवारें बरामद की गई हैं। दो आरोपी व्यक्तियों- मोहम्मद असलम और अंसार को एफआईआर में आरोपी के रूप में दर्ज किया गया है। जहां उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, वहीं 12 अन्य आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।यह मामला अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दिया गया था जो जिला पुलिस की मदद से आगे की जांच करेगी। रविवार की रात, दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सब-इंस्पेक्टर मेदा लाल से मुलाकात की। जो गोली लगने से घायल हो गए थे। उन्हें विभाग से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।