अल जजीरा की खबर है कि उत्तरी ग़ज़ा और वेस्ट बैंक में इजराइल लुटे-पिटे फिलिस्तीनी लोगों के काफिले पर बमबारी कर रहा है। उत्तरी ग़ज़ा में हजारों लोगों की जबरन निकासी चल रही है, जिसे मानवाधिकार पर्यवेक्षकों ने "युद्ध अपराध" बताया है। ग़ज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय का अब कहना है कि पिछले 24 घंटों में ग़ज़ा में इजराइली हमलों में 324 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,000 अन्य घायल हुए हैं। पिछले आठ दिनों में इजराइली हमलों में कम से कम 1,900 फिलिस्तीनी मारे गए और 7,696 घायल हुए। इजराइल में मरने वालों की संख्या 1,300 तक पहुंच गई थी और 3,400 घायल हुए हैं।
ग़ज़ा में अस्पताल के चिकित्सा प्रमुख के अनुसार, मरीजों की गंभीर स्थिति और स्वास्थ्य देखभाल की निरंतर आवश्यकता का हवाला देते हुए, उत्तरी ग़ज़ा पट्टी के एक अस्पताल में मेडिकल टीमें इजराइली सेना के खाली करने के आदेश से इनकार कर रही हैं। जबालिया के अल-अवदा अस्पताल के अहमद मुहन्ना ने न्यूज एजेंसी को बताया, "शुक्रवार को मुझे इजराइली सेना से फोन आया और हमसे अस्पताल खाली करने के लिए कहा गया। मैंने जवाब दिया, ऐसा नहीं हो सकता।"
उन्होंने कहा, ''कुछ मरीजों को निकाल लिया गया, लेकिन कुछ अन्य मरीजों को उनकी गंभीर स्थिति के कारण ट्रांसफर नहीं किया जा सकता।'' अस्पताल में 35 डॉक्टर और अन्य स्टाफ बचा है। इजराइली सेना ने अस्पताल को खाली करने के लिए सिर्फ दो घंटे का समय दिया था। उस आदेश को वापस नहीं लिया गया है।
ग़ज़ा के आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि दीर अल-बलाह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले में "कई" लोग मारे गए और घायल हुए हैं। इलाके में एंबुलेंस पहुंच गई हैं और बचावकर्मी मलबे से बचे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। हताहतों को अल-अक्सा शहीद अस्पताल लाया गया है। यूएन का कहना है कि ग़ज़ा पट्टी में 1300 घर तबाह हो गए हैं।
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्टूबर से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इज़राइली गोलीबारी में कम से कम 100 से ज्यादा फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं। नवीनतम हमला जेरिको शहर में हुआ है।