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इजराइल-हमास युद्धः ग़ज़ा के संसद भवन पर आईडीएफ का कब्जा, फोटो जारी

इजराइल-हमास युद्धः ग़ज़ा के संसद भवन पर आईडीएफ का कब्जा, फोटो जारी

इजराइल सैन्य बल (आईडीएफ) ने एक फोटो जारी कर दावा किया है कि उसने ग़ज़ा के संसद भवन पर कब्जा कर लिया है। इसका सीधा सा मतलब है कि इजराइली सेना ग़ज़ा शहर के अंदर है। वो तमाम अस्पतालों को निशाना बना रही है। इस बीच हमास ने पेशकश की है अगर इजराइल पांच दिनों का युद्ध विराम करे तो वो 70 बंधकों को छोड़ सकता है। 

इडराइली मीडिया और सोशल मीडिया पर जारी फोटो के मुताबिक फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) को बेदखल करने के बाद गजा पट्टी पर शासन कर रहे हमास के संसद भवन पर इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कब्जा कर लिया है। 

आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि इजराइली सेना की गोलानी ब्रिगेड ने सोमवार को हमास संसद भवन पर कब्जा कर लिया। आईडीएफ सैनिकों को गाजा में संसद भवन में इजराइली झंडा लहराते हुए भी देखा गया।

इजराइल ने 7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद से ही गजा पर बमबारी शुरू कर दी थी। लेकिन उसकी जमीनी सेना ने 27 अक्टूबर से हमले शुरू किए और तब से आईडीएफ के टैंक गजा पट्टी में खूनखराबा कर रहे हैं। हालांकि हमास के लड़ाकों ने भी जवाब देने की कोशिश की लेकिन आईडीएफ के मुकाबले वो नहीं ठहर पा रहे हैं। आईडीएफ ने हमास पर उत्तरी गजा के प्रमुख अस्पतालों को अपने कमांड सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है और नागरिकों को एन्क्लेव के दक्षिणी हिस्से में जाने के लिए कहा है।

हमास की नई पेशकशः हमास ने इज़राइल के साथ पांच दिवसीय युद्धविराम के बदले में 70 महिलाओं और बच्चों को रिहा करने की पेशकश की है। हमास की अल-कसम ब्रिगेड ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक पोस्ट में कहा कि प्रस्तावित संघर्ष विराम के लिए युद्ध को पूरी तरह से खत्म करने और पूरे गजा में सहायता बांटने की अनुमति देना पड़ेगी। अभी इजराइल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि इजराइली पीएम नेतन्याहू अमेरिकी मीडिया को कह चुके हैं कि बंधकों की रिहाई को लेकर कुछ बातचीत चल रही है।

अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा, "हमने (कतरी) मध्यस्थों से कहा कि पांच दिनों के संघर्ष विराम में, हम उनमें से 50 को रिहा कर सकते हैं और विभिन्न गुटों द्वारा बंधक बनाए जाने की कठिनाई के कारण यह संख्या 70 तक पहुंच सकती है।" उन्होंने कहा, इजराइल ने 100 लोगों को रिहा करने के लिए कहा था।

इस बीच अल-शिफ़ा अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बिजली कटौती के कारण दर्जनों शिशुओं को ख़तरे की चेतावनी दी है। पिछले तीन दिनों में, घेराबंदी और आवश्यक सेवाओं की कमी के कारण तीन नवजात शिशुओं सहित 32 मरीजों की मौत हो गई है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेबियस ने पहले कहा था कि अल-शिफा अस्पताल तीन दिनों से बिजली और पानी के बिना है, जिससे यह काम नहीं कर रहा है। आसपास की हिंसा में गोलीबारी और बमबारी शामिल है।

बहरहाल, इजराइल अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी नहीं सुन रहा है। बाइडेन ने सोमवार को इज़राइल से गजा के मुख्य अस्पताल की रक्षा करने का आग्रह किया था, क्योंकि परिसर के चारों ओर इज़राइली बलों और हमास के बीच भारी लड़ाई चल रही थी। बाइडेन ने व्हाइट हाउस ब्रीफिंग के दौरान कहा था, "मुझे उम्मीद है कि अस्पतालों में कम घुसपैठ वाली कार्रवाई होगी और हम इजराइलियों के संपर्क में रहेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि कैदियों की रिहाई के लिए शत्रुता को रोकने के लिए कतर से बातचीत चल रही है।

गजा पर इजराइली हमलों में 7 अक्टूबर से अब तक 11,200 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजराइल में, हमास के हमलों से मरने वालों की आधिकारिक संख्या 1,200 से अधिक इजराइल ने घोषित की है। गजा में मरघट का सन्नाटा है। अधिकांश लोग घरों को छोड़ कर भाग चुके हैं या उन्हीं मलबों में दफन हो गए हैं। मरने वालों में बच्चों और महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। उत्तरी गजा में अस्पतालों को बंद करने के लिए मजबूर किया गया है क्योंकि इजराइली सेना चिकित्सा सुविधाओं पर ज्यादा हमले कर रही है।

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