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इजराइल-हमास युद्धः ग़ज़ा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप पर बमबारी, हालात बेहद खराब

इजराइल-हमास युद्धः ग़ज़ा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप पर बमबारी, हालात बेहद खराब

इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) की बमबारी में गजा का जबालिया रिफ्यूजी कैंप पूरी तरह तबाह हो गया। सैकड़ों लोग मारे गए। आईडीएफ ने अपने बयान में कहा कि हवाई हमले में हमास कमांडर के साथ मौजूद कई अन्य आतंकवादी भी मारे गए। हमले के बाद भूमिगत आतंकवादी ढांचा ध्वस्त हो गया।

इज़राइल का गजा पर हमाल जारी है। इजराइल ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने हमास के एक वरिष्ठ कमांडर को मार डाला जो 7 अक्टूबर के हमले के लिए जिम्मेदार था। आईडीएफ ने इसकी पहचान हमास की सेंट्रल जबालिया बटालियन के कमांडर इब्राहिम बियारी के रूप में की है। हमले में पूरा जबालिया रिफ्यूजी कैंप तबाह हो गया है। 

आईडीएफ ने कहा कि हमले ने "क्षेत्र में हमास की कमान और नियंत्रण को नुकसान पहुंचाया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया जो बियारी के साथ थे।" आईडीएफ का दावा है कि हमास का एक भूमिगत आतंकवादी बुनियादी ढांचा तबाह हो गया।

तमाम मानवाधिकार संगठनों और सऊदी अरब ने जबालिया की तबाही की निन्दा की है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में जबालिया के इजराइली हमले को "अमानवीय टारगेट" बताया है। बयान में कहा गया है, "सऊदी अरब घिरी हुई गजा पट्टी में जबालिया रिफ्यूजी कैंप को इजराइली कब्जे वाले बलों द्वारा अमानवीय निशाना बनाने की सबसे कड़े शब्दों में निंदा करता है।"

इस युद्ध में इजराइली हमलों में कम से कम 8,525 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। 7 अक्टूबर को हमास ने सबसे पहले इजराइल पर हमला किया था। उसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की। युद्ध का बुधवार 1 नवंबर को 23वां दिन है।

फ़िलिस्तीनी वफ़ा समाचार एजेंसी के अनुसार, बुधवार तड़के गजा में जबालिया में फिर से हमले शुरू किए गए। बीती रात की भारी तबाही के बाद बुधवार को भी जबालिया इजराइली फोर्स के निशाने पर है। जबालिया पश्चिम में आवासीय इमारत पर इजराइली हवाई हमलों के नए चरण में काफी लोग मारे गए और कई सैकड़ों घायल हो गए। जबालिया पहले बड़े पैमाने पर इजराइली हमले का शिकार था जिसमें काफी लोग मारे गए थे। वफ़ा एजेंसी के अनुसार, मध्य गजा के अल-नुसीरत शरणार्थी शिविर में एक अलग हमले में भी कई लोग मारे गए। समाचार एजेंसी ने कहा कि हमला शिविर की अल-दावा मस्जिद के पास, एक आवासीय इमारत पर हुआ।

गजा में युद्ध विराम की अपील बढती जा रही है लेकिन इजराइल उनकी परवाह नहीं कर रहा है। फिलीस्तीनियों के लिए मेडिकल सहायता (एमएपी) एनजीओ समूह की मुख्य कार्यकारी मेलानी वार्ड ने कहा, "जबलिया रिफ्यूजी कैंप पर हमला हद दर्जे की गिरावट का प्रतीक है। इसे विश्व के नेताओं और हर जगह के राजनेताओं को एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिए।" मेलानी ने कहा- “अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने के उनके विनम्र अनुरोधों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। इसके बजाय इज़राइल ने अपने अंधाधुंध और असंगत हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है। ” मेलानी वार्ड ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गजा में फौरन युद्धविराम कराने का आह्वान किया। एमएपी  समूह ने कहा कि यह एनजीओ पूरे गजा में फिलिस्तीनियों और विशेष रूप से पट्टी के उत्तरी क्षेत्रों में अभी भी रहने वाले 400,000 लोगों के लिए "बहु चिंतित" है। मेलानी वार्ड ने कहा, "हर गुजरते घंटे के साथ उनकी जान को खतरा बढ़ता जा रहा है।"

इस बीच चिली और बोलिविया ने इजराइल से अपने सारे संबंध तोड़ लिए हैं। बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस एर्से के प्रशासन में मंत्री मारिया नेला प्रादा ने कहा, "हम गजा पट्टी पर हमलों को समाप्त करने की मांग करते हैं, जिसमें अब तक हजारों नागरिकों की जान चली गई है और फिलिस्तीनियों को जबरन विस्थापन का सामना करना पड़ा है।"  यह पहली बार नहीं है जब बोलीविया ने इज़राइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़े हैं। 2019 में भी गजा पर इजरायली हमले के बाद बोलीविया के पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने यही किया था।

इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या अन्य देश लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में इसका अनुसरण करेंगे या नहीं, कोलंबियाई राष्ट्रपति ने एक्स पर घोषणा की कि वह अपने राजदूत को वापस बुला रहे हैं। चिली के राष्ट्रपति भी ऐसा ही कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हम अधिक क्षेत्रीय नेताओं से ऐसा सुनेंगे। 

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