इजराइल हमास युद्धः यूएन में प्रस्ताव लाने, वीटो करने का खेल, बमबारी जारी
गजा पट्टी में युद्धविराम के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लाए गए रूस और चीन के प्रस्ताव पर अमेरिका अपना प्रस्ताव लाया जो वीटो हो गया और सारे प्रस्ताव धराशायी हो गए। अमेरिका का प्रस्ताव इजराइल के समर्थन में था। अमेरिकी संसद भी पूरी तरह से इजराइल के समर्थन में खड़ी है। इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र में कई प्रस्ताव लाए गए लेकिन उन प्रस्तावों को अमेरिका ने वीटो कर दिया। उनमें युद्ध रोकने की बात कही गई थी।
Gaza Strip, Oct 25th. pic.twitter.com/xrJuYcpAnK
— TIMES OF GAZA (@Timesofgaza) October 25, 2023
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इज़राइल ज़मीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है, लेकिन वह कब और कैसे होगा, इसके बारे में विस्तार से नहीं बताएंगे। हमास को ख़त्म करने की शपथ लेने के बाद इज़राइल ने गजा पर अपने हमले गुरुवार को भी जारी रखे। गजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइली हमलों में हमास द्वारा नियंत्रित गजा पट्टी में 6,500 से अधिक लोग मारे गए हैं। हमास के हमले में इजराइल में 1,300 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। इजराइल में मरने वालों की तादाद पहले 1400 बताई गई थी लेकिन अब इजराइली मीडिया ने यह संख्या 1300 कर दी है।
गजा पर जमीनी हमले में देरी करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है, जबकि इजराइली सैनिक और टैंक आदेश की प्रतीक्षा में हमास द्वारा संचालित इलाके की सीमा पर जमा हैं। इज़राइली सरकार ने बुधवार को कहा कि हमास के पास अनुमानित 220 बंधकों में से आधे से अधिक के पास 25 विभिन्न देशों के विदेशी पासपोर्ट हैं।
रूस और चीन ने फिलिस्तीनी नागरिकों को सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए लड़ाई को रोकने का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजराइल के समर्थन में अमेरिकी प्रस्ताव को वीटो कर दिया। चीन ने कहा कि अमेरिका द्वारा पेश किया गया मसौदा प्रस्ताव "युद्धविराम पर खामोश है। इससे मुद्दे को हल करने में मदद नहीं मिलेगी। इसके बाद रूस ने जवाबी प्रस्ताव युद्ध विराम के लिए रखा लेकिन उसे समर्थन नहीं मिला और वो गिर गया।
बहरहाल, अब शुक्रवार 27 अक्टूबर का इंतजार है। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में शुक्रवार को अरब देशों के एक प्रस्ताव पर मतदान होगा, जिसमें युद्धविराम का आह्वान किया गया है। लेकिन अमेरिका और इजराइल की पैंतरेबाजी से यह प्रस्ताव भी गिर सकता है।