इजराइल-हमास युद्धः अस्पतालों के बाद अब स्कूलों पर बमबारी, हथियार मिलने का दावा
इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने कहा है कि उत्तरी गजा में एक किंडरगार्टन और एक प्राइमरी स्कूल के अंदर आईडीएफ सैनिकों को आरपीजी, मोर्टार गोले और अन्य हथियार मिले। आईडीएफ ने कहा कि किंडरगार्टन में खिलौने रखने चाहिए, घातक हथियार नहीं। इससे पहले आईडीएफ ने कई स्कूलों पर बमबारी की। हालांकि उनमें कक्षाएं नहीं चल रही हैं। हालांकि फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफा की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण गजा में खान यूनिस शहर पर इजराइली बमबारी में कम से कम 26 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे।
RPGs, mortar shells, and other weapons were found by IDF troops inside a kindergarten and an elementary school in northern Gaza.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 18, 2023
Kindergartens should store toys, not deadly weapons. pic.twitter.com/OuPfJmfGYZ
इससे पहले आईडीएफ ने गजा के अलशिफा अस्पताल में हमास का कमांड कंट्रोल दफ्तर होने का दावा किया था। उसने पहले कहा था कि एक बंधक का शव अस्पताल के अंदर मिला। लेकिन अब उसका कहना है कि कैंसर पीड़ित बंधक का शव अस्पताल के पास पाया गया है। सीएनएन अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि इजराइली फौज पर अल शिफा से प्राप्त सबूतों को पेश करने का दबाव बढ़ रहा है।
इज़राइली बलों पर अल-शिफा अस्पताल में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा है। जहां हजारों मरीज, चिकित्सक और विस्थापित लोग फंसे हुए हैं। न्यूज एजेंसियों का कहना है कि आईडीएफ को अल शिफा में सबूत खोज रहा है और इस वजह से वहां भारी तोड़फोड़ हो रही है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, अल-शिफा अस्पताल के प्रशासकों का कहना है कि 11 नवंबर से बिजली कटौती के कारण समय से पहले जन्मे 4 बच्चों सहित 40 मरीजों की मौत हो गई।
इजराइल ने गजा में बिजली, पानी, सीवेज संचालन के लिए प्रति दिन दो ईंधन ट्रकों को अनुमति देने की घोषण की है। एनजीओ का कहना है कि यह राशि पर्याप्त नहीं है। गजा में स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है, जो बीमारी और भुखमरी की आशंकाओं के बीच व्यापक मानवीय संकट का एक तत्व मात्र है।
7 अक्टूबर से गजा पर इजराइली हमलों में अभी तक कम से कम 12,000 लोग मारे गए हैं। इजराइल में, हमास के हमलों से मरने वालों की आधिकारिक संख्या लगभग 1,200 है।