ग़ज़ा के अस्पतालों में हमास की सुरंगें; पास ही बंधक का शव मिला: इज़राइल
इज़राइली सेना आईडीएफ़ ने फिर से ग़ज़ा के अस्पतालों में हमास के कमांड सेंटर होने के कथित सबूत होने का दावा किया है। एक दिन पहले ही अल शिफा अस्पताल के एमआरआई सेंटर में विस्फोटकों के होने के दावे के बाद अब इसने कहा है कि अस्पताल परिसरों में हमास की सुरंगें पाई गई हैं। इसने इसको लेकर कई वीडियो जारी किए हैं। इसके अलावा इसने कहा है कि अस्पताल के पास ही एक बंधक का शव पाया गया है। इस बीच नेतन्याहू ने कहा है कि उसके पास इसके ठोस सबूत हैं कि अल शिफा अस्पताल का इस्तेमाल हमास आतंकवादी गतिविधियों के लिए कर रहा था।
नेतन्याहू ने क्या कहा है, इसको जानने से पहले यह जान लें कि इज़राइली सेना आईडीएफ़ ने वीडियो जारी कर क्या दावा किया है।
🔻Inside the Rantisi Hospital, yet another terrorist tunnel was unearthed by IDF troops.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 17, 2023
2/3 pic.twitter.com/jUKVFNgeBb
हमास ने अल शिफा अस्पताल पर इजराइली छापे की निंदा की और सैन्य उद्देश्यों के लिए अस्पताल का उपयोग करने के दावों को खारिज कर दिया। समूह ने दावा किया कि यह साफ़ तौर पर झूठी कहानी दोहराई गई। इसने कहा है कि इज़राइली सेना के प्रवक्ता के कमजोर और हास्यास्पद प्रदर्शन से यह साफ़ दिखता है। वैस, आईडीएफ़ के कई दावों पर गंभीर सवाल उठे हैं और उसने हाल में कई ट्वीट को हटाए भी हैं। इसके कई ट्वीट को फैक्ट चेकरों ने प्रोपेगेंडा भी बताया है।
बहरहाल, इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसे ग़ज़ा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा के बाहरी क्षेत्र में हमास द्वारा इस्तेमाल किया गया एक सुरंग शाफ्ट मिला।
आईडीएफ़ ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर दावा किया है कि कम से कम दो अस्पताल परिसरों में हमास की सुरंगें मिली हैं और एक अन्य अस्पताल में भारी मात्रा में हथियार मिले हैं। इज़राइली सेना ने कहा है कि वह ग़ज़ा में तीन सबसे बड़े अस्पतालों की पोल खोल रहा है। इसने दावा किया कि अल शिफा अस्पताल परिसर में 'हमास आतंकी सुरंग' पायी गयी है। रांतिसी अस्पताल में भी ऐसी ही एक सुरंग पाए जाने का दावा किया गया है। इसके अलावा अल कुद्स अस्पताल में भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार बरामद किए जाने का दावा किया गया है। इन तीनों दावों को लेकर कहा गया है कि ये 24 घंटे के अंदर कार्रवाइयाँ की गईं।
एक बंधक महिला का शव मिला
इजराइली सेना ने दावा किया है कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा अगवा की गई 65 वर्षीय महिला येहुदित वीस का शव अल शिफा अस्पताल के पास मिला है। रिपोर्ट के अनुसार जिस दिन इज़राइल पर हमला हुआ था उस दिन हमास के लड़ाकों ने येहुदित वीस नाम की महिला को किबुत्ज़ बेरी से अपहरण कर लिया था। उनके पति शमूलिक वीस 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान मारे गए थे। वे पाँच बच्चों के अभिभावक थे।
Yehudit Weiss was a 65-year-old who worked with kindergarten kids.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 16, 2023
On October 7, Yehudit was abducted by Hamas from her home in Kibbutz Be’eri. Her husband, Shmulik Weiss, was murdered in their home. Yehudit and Shmulik were parents to 5 children.
IDF soldiers recovered her… pic.twitter.com/Y7tpt8nU3o
आईडीएफ़ ने दावा किया है कि शव के पास एके-47, आरपीजी और अन्य सैन्य उपकरण पाए गए थे। आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने गुरुवार शाम को अपनी दैनिक प्रेस वार्ता में यह दावा किया। हालाँकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उनकी हत्या कब की गई।
बेंजामिन नेतन्याहू के दावे
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीबीएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उनके देश के पास मजबूत संकेत हैं कि अल शिफा अस्पताल में हमास द्वारा कुछ बंधकों को रखा गया था। छापेमारी की वजह को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि यही एक वजह है कि हम अस्पताल में क्यों घुसे। उन्होंने कहा कि अगर वे थे तो उन्हें बाहर निकाल दिया गया।
नेतन्याहू ने दावा किया कि इजराइल के पास बंधकों के बारे में खुफिया जानकारी थी। उन्होंने कहा, 'मैं इसके बारे में जितना कम कहूं उतना बेहतर होगा।'
इजराइल के सहयोगी अमेरिका ने कहा है कि वह अल शिफा अस्पताल में हमास की गतिविधियों पर प्राप्त खुफिया इनपुट को न तो साझा करेगा और न ही विस्तार से बताएगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी के हवाले से कहा, 'मैं उस विशिष्ट खुफिया जानकारी के बारे में बात नहीं करने जा रहा हूं जो हम दोनों के बीच हो सकती है।'
बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के अचानक हमले के जवाब में इजराइल ने हवाई के साथ साथ जमीनी हमला किया है। फिलिस्तीन को इसका बड़े पैमाने पर नुक़सान हुआ है। ग़ज़ा में अल शिफा अस्पताल पर छापा इजराइल के जमीनी ऑपरेशन का हिस्सा है जिसका उद्देश्य हमास और उसके 'आतंकी' ढांचे को खत्म करना है। युद्ध ने इज़राइल में लगभग 1,200 लोगों की जान ले ली है और ग़ज़ा में 11,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।