उत्तरी गजा में इसराइल ने फिर किया नरसंहार, कई इमारतें तबाह
Journalist @AnasAlSharif0 reports on the israeli massacre in Jabalia camp tonight in north Gaza: 170 civilians killed & mssing: there’s no civil defence pic.twitter.com/L8CPRv431a
— Sarah Wilkinson (@swilkinsonbc) October 24, 2024
इसराइली सेना ने उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर में एक दर्जन आवासीय इमारतों को उड़ा दिया है। गजा के सिविल डिफेंस ने बड़े पैमाने पर हताहत होने की सूचना दी है। उसने इसे "बड़ा नरसंहार" बताया है।
عصر اليوم في مخيم جباليا كارثة دون إسعافات ولا دفاع مدني ولا تغطية اعلامية
— عبود بطاح🇵🇸 (@abod_bt) October 24, 2024
This afternoon in Jabalia camp there was a catastrophe with no first aid, no civil defense, and no media coverage pic.twitter.com/Cj5dUEfu0E
इसराइली टैंकों ने गजा के कमल अदवान अस्पताल पर गोलाबारी की, मशीन-गन की आग ने चिकित्सा सुविधा को तहस-नहस कर दिया, जिससे एक आईसीयू सुविधा पूरी तरह नष्ट कर दी गई।
Please, repost and let the whole world know about them before it is too late!
— Motasem A Dalloul (@AbujomaaGaza) October 24, 2024
1,000s of refugees are still trapped inside #Jabalia refugee camp!
They are resilient.. They don’t want to leave their homes, but they are blockaded and have no food, water or medicine! pic.twitter.com/buQokhDReS
गजा में, 7 अक्टूबर, 2023 से इसराइली हमलों में कम से कम 42,847 लोग मारे गए हैं और 100,544 घायल हुए हैं। हमास के नेतृत्व वाले हमलों के दौरान इसराइल में अनुमानित 1,139 लोग मारे गए और 200 से अधिक को बंदी बना लिया गया।
गजा सिविल डिफेंस ने कहा है कि इसराइली सेना ने हाल के घंटों में उत्तरी गजा में जबालिया शरणार्थी शिविर में एक "बड़ा नरसंहार" किया है, जिसमें कम से कम 10 आवासीय इमारतें जमींदोज हो गईं।
वफ़ा समाचार एजेंसी ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि हमले में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 150 लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं। इसमें यह नहीं बताया गया कि कितने लोग मारे गए और कितने घायल हुए। वफ़ा की रिपोर्ट है कि बमबारी में तबाह इमारतें इन परिवारों की थीं: अल-नज्जर, अबू अल-औफ, सलमान, हिजाज़ी, अबू अल-कुम्सन, अक्ल, अबू रशीद, अबू अल-तरबिश, ज़कौल और शालान।
मरने वालों की अंतिम संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि तीन सप्ताह तक उत्तरी गजा की घेराबंदी करने वाले इसराइली बलों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण एम्बुलेंस और बचाव दल को जबालिया शिविर के केंद्र में अल-हवाजा क्षेत्र में हमले के स्थल तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
A war on displaced Palestinians,
— TIMES OF GAZA (@Timesofgaza) October 24, 2024
Scenes from the lsraeli attack on a local school sheltering displaced civilians in al-Nussairat Camp, Central Gaza Strip. pic.twitter.com/7ejCAvKr8L
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने जबालिया शरणार्थी शिविर पर "बर्बर" इजरायली हमले की निंदा की है। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने हमले को "अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का घोर उल्लंघन, नागरिकों को व्यवस्थित रूप से क्रूर लक्ष्य बनाने की निरंतरता और एक भयानक युद्ध अपराध कहा है, जिसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।"
मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता सुफियान कुदाह ने कहा, "इसराइल लगातार युद्ध अपराध और जातीय हत्याएं कर रहा है, और उसे युद्ध और इससे होने वाली अभूतपूर्व मानवीय तबाही को समाप्त करने की अंतरराष्ट्रीय इच्छा की परवाह नहीं है।"
इसराइल ने लेबनान में 3 पत्रकारों को मार डाला
लेबनान पर इसराइल के युद्ध को कवर करने वाले तीन पत्रकार लेबनान के दक्षिणी हसबैया क्षेत्र में उनके आवास पर स्पष्ट रूप से टारगेट इसराइली हमले में मारे गए हैं। पिछले 24 घंटों में पूरे लेबनान में इसराइली हमलों में कम से कम 19 लोग मारे गए हैं, जिससे अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 2,593 हो गई है।
❗️🇮🇱⚔️🇱🇧 - An Israeli strike reportedly targeted a chalet near Hasbaiyya in southern Lebanon, where journalists from Hezbollah-affiliated media were staying.
— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) October 25, 2024
Initial reports indicate at least three journalists were killed, and several others injured. pic.twitter.com/w4ZoAL0jlW
सुबह लगभग 4 बजे, इसराइली के हवाई या ड्रोन हमले में एक बिल्डिंग को निशाना बनाया गया। उसमें तीन लोग मारे गए हैं, जिसमें दो कैमरामैन और एक तकनीशियन शामिल हैं। हसबैया बहुत शांति वाला इलाका है। लेकिन इसराइल ने यहां रह रहे पत्रकारों को निशाना बनाया। लेबनान में अल मायदीन और अल मनार टीवी चैनलों के पत्रकार हसबैया इलाके में रहते हैं। इन दोनों चैनलों को हिजबुल्लाह समर्थक माना जाता है। अल मायदीन ग्राउंड रिपोर्टिंग करता है।