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आईएस, मोसाद के बाद ईरान का पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमला

आईएस, मोसाद के बाद ईरान का पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमला

ईरान ने सोमवार को इराक के कुर्दिस्तान में इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद और सीरिया में आतंकी संगठन आईएस के ठिकानों पर हमले किए थे। उसने मंगलवार देर रात को पाकिस्तान-ईरान सीमा पर कुछ आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं। पाकिस्तान ने इसकी निन्दा की है। 

पाकिस्तान के बलूचिस्तान राज्य के कोह सब्ज में आतंकी समूह जैश अल अदल के ठिकानों पर ईरान ने ड्रोन हमले और मिसाइलें दागी हैं। ये हमले इस आतंकी संगठन के कम से कम दो ठिकानों पर किए गए। ईरान ने इसी तरह सोमवार को उत्तरी इराक के कुर्दिस्तान और सीरिया में आईएस के आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें गिराई थीं। मिडिल ईस्ट में अशांति लगातार बढ़ रही है। इसकी शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल-हमास युद्ध से हुई थी। इसके बाद इस संघर्ष में ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्लाह और यमन के हूती लड़ाके भी शामिल हो गए। इराक में अमेरिकी बेस पर भी ईरान समर्थित संगठनों ने हमले किए हैं।

पाकिस्तान ने ईरान के मिसाइल हमले की पुष्टि करते हुए इसकी निन्दा की है। उसका कहना है कि इस हमले में दो बच्चे भी मारे गए। इनके अलावा इस हमले में एक महिला और दो लड़कियां भी घायल हो गईं। उसने इसे "अपने हवाई क्षेत्र का बेवजह उल्लंघन" बताया। उसने कहा कि पाकिस्तान भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है।

पाकिस्तान ने ईरानी दूत को तलब कर इस पर कड़ा ऐतराज जताया कि इसके नतीजे घातक हो सकते हैं। पाकिस्तान भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। 

ईरान ने यह हमला उस समय किया, जब मंगलवार को दावोस में उसकी पाकिस्तान से राजनयिक स्तर की बैठक चल रही थी। पाकिस्तान इसी बात से ज्यादा तिलमिलाया है।


पाकिस्तान में जैश अल अदल एक आतंकी समूह है जो ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान की आजादी के लिए खुद को समर्पित बताता है। पिछले दिनों ईरानी सीमा की चौकी पर इसने हमला किया था, जिसमें 11 ईरानी पुलिसकर्मी मारे गए थे। ईरान ने सोमवार को इराक के कुर्दिस्तान में मोसाद के ठिकाने पर सीरिया में आतंकी समूह आईएस पर हमले के बाद पाकिस्तान में हमले को अंजाम दिया। पाकिस्तान की तरह इराक ने भी हमले की निन्दा की है। लेकिन इजराइल ने चुप्पी साधी हुई है।

मिडिल ईस्ट में बढ़ता खतराः 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से इस इलाके में संघर्ष की स्थिति लगातार बनी हुई है। हमास के समर्थन में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और यमन के हूती लड़ाकों के शामिल होने के बाद से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। ईरान भी इस संघर्ष में अब सीधे शामिल हो गया है। हाल ही में लाल सागर में कई अमेरिकी और इजराइली जहाजों को निशाना बनाया गया।

सीएनएन ने एक डिफेंस अधिकारी के हवाले से बताया कि मंगलवार को अमेरिकी सेना ने यमन के अंदर हूथी ठिकानों पर हमले शुरू किए। लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद हूथियों ने दक्षिणी लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन में एक मिसाइल लॉन्च की, जिसने माल्टीज़ झंडे वाले ज़ोग्राफिया पोत को मार गिराया। उसके मुताबिक ये हमलों का तीसरा दौर है। लेबनान सीमा पार इजराइल और ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह के बीच भी लड़ाई तेज हो गई है। रविवार को, हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने गजा में इजराइली हमले के अंत तक लेबनान सीमा पर इजराइली बलों के साथ टकराव जारी रखने की कसम खाई।

हालांकि पाकिस्तान खुद आतंकी समूहों को भारत के खिलाफ बढ़ावा देने के लिए कुख्यात है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कई आतंकी समूहों को संरक्षण दे रखा है जो भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां करते रहते हैं। भारत 26/11/2008 के मुंबई हमले को अभी भूला नहीं है।

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