इंडोनेशिया में फुटबॉल मैच के दौरान दंगा, 174 मरे
Nanti-nanti mah kalau musim depan laga derby kaya Persib vs Persija terus Persebaya vs Arema dls, mending gausah ada penonton yg dari luar pulau biar ga nambah-nambah lg korban jiwa kya begini anjir rusuh. Udh lebih dari 50 nyawa melayang cuma gara-gara pertandingan bola yaelahhh pic.twitter.com/w9DKL4mF2U
— Rrrrrr. (@Pineapplecute_) October 1, 2022
इंडोनेशिया में दो सबसे बड़ी टीमों के बीच इंडोनेशियाई लीग सॉकर मैच के बाद शनिवार देर रात हुई अराजकता और हिंसा के बाद पुलिस का कहना है कि कम से कम 174 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। पूर्वी जावा के जिस कांजुरुहान स्टेडियम में दंगा हुआ, उसमें 42,500 दर्शक मौजूद थे।
टीम अरेमा एफसी के समर्थक और प्रतिद्वंद्वी पर्सेबाया सुरबाया टीम के समर्थक आपस में भिड़ गए। यह मैच पूर्वी जावा के मलंग शहर में हो रहा था, जिसमें घरेलू टीम अरेमा एफसी मैच में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा।
सीएनएन की एक रिपोर्ट में बताया गया कि हारने वाली टीम के समर्थकों ने पवैलियन में हमले शुरू कर दिए। पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी, जिससे भगदड़ मच गई। काफी लोग बेहोश हो गए। यह जानकारी पूर्वी जावा के पुलिस प्रमुख निको अफिंटा ने घटना के बाद मीडिया को दी।
Penembakan gas air mata salah satu penyebab puluhan jiwa tewas di stadion kanjuruhan. STOP KOMPETISI ATAS DASAR KEMANUSIAAN! Cc @jokowi @Kiyai_MarufAmin pic.twitter.com/O5kgtSbgK7
— Instagram @akmalmarhali20 (@akmalmarhali) October 1, 2022
उन्होंने कहा, इस दंगे में अब तक 174 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें पुलिस के दो सदस्य भी शामिल हैं। करीब 200 लोग घायल भी हुए हैं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में दोनों टीम के समर्थकों को लाल और नीले रंग के कपड़े पहने, मैदान पर धावा बोलते हुए और इंडोनेशियाई सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष करते हुए दिखाया गया। सुरक्षा बलों ने दंगा गियर ड्रेस पहनी हुई थी।
इंडोनेशियाई फ़ुटबॉल एसोसिएशन ने इस घटना के मद्देनजर अगले हफ्ते होने वाले मैचों को फिलहाल रोक दिया है। उसने अरेमा एफसी टीम को बाकी सीज़न के लिए खेलों की मेजबानी करने से बैन कर दिया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष मोचामद इरियावान ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, "पीएसएसआई को कांजुरुहान स्टेडियम में अरेमा एफसी समर्थकों की कार्रवाई पर खेद है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने "इंडोनेशियाई फुटबॉल का चेहरा खराब कर दिया। इस आयोजन की आधिकारिक जांच कराई जाएगी। घटना के लिए सभी पक्षों से माफी मांगते हैं। फीफा ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।