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भारत का मेगा प्लान, 64 फ़्लाइट्स के जरिये 14,800 भारतीयों को लाया जाएगा स्वदेश

भारत का मेगा प्लान, 64 फ़्लाइट्स के जरिये 14,800 भारतीयों को लाया जाएगा स्वदेश

भारत सरकार मेगा प्लान के तहत एक हफ़्ते में 64 फ़्लाइट्स के जरिये 13 देशों में फंसे 14,800 देशवासियों को भारत लाएगी। 

भारत सरकार ने विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मेगा प्लान बनाया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इसके तहत एक हफ़्ते में 64 फ़्लाइट्स के जरिये 13 देशों में फंसे 14,800 देशवासियों को भारत लाया जाएगा। एयरस्पेस बंद होने के कारण भारतीय वहां पर फंसे हुए हैं। 7 मई से लोगों को लाने का काम शुरू किया जाएगा। 

इन फ्लाइट्स को एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ऑपरेट करेंगी। केरल के लिए सबसे ज़्यादा (15) फ्लाइट्स भेजी जाएंगी जबकि दिल्ली-एनसीआर और तमिलनाडु के लिए 11-11 फ्लाइट्स भेजी जाएंगी। इसके अलावा महाराष्ट्र और तेलंगाना के लिए 7-7, गुजरात के लिए 5, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक के लिए 3-3 और पंजाब और उत्तर प्रदेश के लिए 1-1 फ्लाइट भेजी जाएगी। 

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पहले दिन 10 फ़्लाइट्स के जरिये 2,300 भारतीयों को लाया जाएगा। भारत से ये फ़्लाइट्स अमेरिका, फिलीपींस, ब्रिटेन, सऊदी अरब, ओमान, बहरीन सिंगापुर, बांग्लादेश, यूएई, क़तर और कुवैत जाएंगी। 

मेगा प्लान के तहत दूसरे दिन लगभग 2050 भारतीयों को 9 अलग-अलग देशों से चेन्नई, कोच्चि, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरू और दिल्ली लाया जाएगा। इसके अगले दिन मिडिल ईस्ट, यूरोप, साउथ-ईस्ट एशिया और अमेरिका में रहने वाले इतने ही लोगों को मुंबई, कोच्चि, लखनऊ और दिल्ली लाया जाएगा। चौथे दिन सरकार अमेरिका, ब्रिटेन और यूएई में फंसे 1850 लोगों को बाहर निकालेगी। 

मेगा प्लान के तहत नेवी की ओर से पानी के तीन जहाजों की भी तैनाती की गई है। इनके जरिये 1000 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। सरकार की योजना 7 मई से 13 तक हर दिन लगभग 2000 भारतीयों को वापस लाने की है।

बताया जा रहा है कि हर फ़्लाइट में लगभग 200 से 300 यात्री होंगे। ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। फ्लाइट में चढ़ने से पहले यात्रियों को इस बात की घोषणा करनी होगी कि उन्हें बुखार, खांसी, डायबिटीज या सांस संबंधी कोई बीमारी तो नहीं है। सरकार ने कहा है कि केवल वे ही लोग वापस आ सकेंगे जिन्हें इस तरह के कोई लक्षण न हों। 

भारत ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च के अंत में सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स के आने पर रोक लगा दी थी। इस वजह से बड़ी संख्या में लोग दूसरे देशों में फंस गए थे। 

दुबई में भारतीय कॉन्सुलेट ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा था कि एयर टिकट्स एबेंसी की ओर से तैयार की गई सूची में शामिल लोगों को ही मिलेंगी और उन्हें टिकट की क़ीमत सहित बाक़ी चीजों को स्वीकार करना होगा। 

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