रोमानिया के रास्ते लाए जा रहे हैं भारतीय छात्र, वेंकैया नायडू और कई सीएम ने विदेश मंत्री पर दबाव बनाया
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। भारतीय एम्बेसी ने बताया कि करीब 470 छात्रों को रोमानिया बॉर्डर के रास्ते लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बीच उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भारतीय छात्रों को लेकर अपनी चिन्ता से अवगत कराया। उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिन्ता से विदेश मंत्री को अवगत कराया है। हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने विदेश मंत्री से बात की है। यूक्रेन में फंसे कुछ छात्रों ने कुछ भारतीय पत्रकारों से भी संपर्क अपनी वापसी के लिए मदद मांगी है।यूक्रेन में भारतीय एम्बेसी ने रात 8 बजे ट्वीट करके बताया है कि आज दोपहर 470 से अधिक छात्र यूक्रेन से बाहर निकलेंगे और पोरबने-सिरेट सीमा के जरिए रोमानिया में प्रवेश करेंगे। हम सीमा पर स्थित भारतीयों को आगे की निकासी के लिए पड़ोसी देशों में ले जा रहे हैं। भीतरी इलाकों से आने वाले भारतीयों को स्थानांतरित करने के प्रयास जारी हैं।
इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 40 भारतीय छात्र यूक्रेन-पोलैंड सीमा तक पैदल चलकर पहुंचे। उन्हें उनकी कॉलेज बस ने बॉर्डर से लगभग 8 किमी दूर छोड़ दिया गया था।पोलैंड की सीमा से 70 किलोमीटर दूर यूक्रेन की सीमा में तमाम मेडिकल छात्र यूक्रेन के पड़ोसी देशों से निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं। इस समय रूसी हमले की वजह से यूक्रेन का एयर स्पेस बंद है।
Today afternoon more than 470 students will exit the Ukraine and enter Romania through the Porubne-Siret Border. We are moving Indians located at the border to neighbouring countries for onward evacuation. Efforts are underway to relocate Indians coming from the hinterland. pic.twitter.com/iLFTWHifpm
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 25, 2022
पोलैंड-यूक्रेन सीमा तक पैदल चलकर पहुंचे भारतीय छात्रों ने वीडियो और फोटो साझा किए हैं, जिनमें वे खाली सड़क के किनारे एक ही लाइन में चलते हुए दिख रहे हैं। यूक्रेन में करीब 16,000 भारतीय हैं, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं। कई लोगों ने रूसी बलों द्वारा बमबारी और मिसाइल हमलों के बीच मेट्रो स्टेशनों के बेसमेंट और बंकरों में शरण ले रखी है। स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा किए हैं।
Many Indian students are stranded in Kyiv, Ukraine. They are waiting outside Indian Embassy since Morning in Minus two to 3 degree temperature.
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) February 24, 2022
Indian Govt should immediately help them. @IndiainUkraine @DrSJaishankar #UkraineRussiaConflict pic.twitter.com/cuwvMOu8pl
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पश्चिमी यूक्रेन के ल्विव और चेर्नित्सि में कैंप कार्यालय खोले हैं। यूक्रेन का पूर्वी हिस्सा वॉर जोन बना हुआ है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि सरकार उन भारतीयों के लिए फ्लाइट्स का आयोजन कर रही है जो यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक पहुंचने में कामयाब हो रहे हैं। सरकार इन्हें लाने की लागत पूरी तरह वहन करेगी। दो चार्टर्ड फ्लाइट्स आज बुखारेस्ट के लिए रवाना होने की संभावना है और एक उड़ान कल बुडापेस्ट के लिए रवाना होगी।
हंगरी और रोमानिया में बॉर्डर के सबसे करीबी लोगों को पहले यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी गई है। विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में फंसे छात्रों से से कहा है कि छात्र कॉन्ट्रैक्टर्स के संपर्क में रहें।