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यूक्रेन: खारकीव में बम धमाके में भारतीय छात्र की मौत

यूक्रेन: खारकीव में बम धमाके में भारतीय छात्र की मौत

यूक्रेन और रूसी सैनिकों के बीच चल रहे युद्ध में मारे गए भारतीय छात्र का नाम नवीन था और वह कर्नाटक के हावेड़ी का रहने वाला था।

 - Satya Hindi

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच चल रहे युद्ध में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर दुख जताया है और कहा है कि मंत्रालय पीड़ित परिवार के संपर्क में है।

इस छात्र की मौत उस धमाके में हुई जब रूसी सैनिकों ने गवर्नर हाउस को उड़ा दिया। छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा था और वह कर्नाटक के हावेड़ी का रहने वाला था। नवीन मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था और अंतिम वर्ष का छात्र था। उसकी उम्र 21 साल थी। 

खारकीव से पूजा प्रहराज ने एनडीटीवी को बताया कि नवीन गवर्नर हाउस के नजदीक रहता था और जिस वक्त यह धमाका हुआ, वह खाने का सामान लेने के लिए एक दुकान के बाहर लाइन में लगा था। 

नवीन की मौत पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सहित कई लोगों ने दुख व्यक्त किया है। बोम्मई ने नवीन के परिवार से बात की है और कहा है कि राज्य सरकार उसके शव को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा है कि भारत के विदेश सचिव ने रूस और यूक्रेन के राजदूत को बुलाया है और उनके सामने अपनी मांग को फिर से रखा है कि खारकीव और यूक्रेन के दूसरे शहरों में फंसे भारतीयों को तुरंत वहां से सुरक्षित निकाला जाए। 

बागची ने बताया कि रूस और यूक्रेन में भारत के राजदूत भी इसी काम में जुटे हुए हैं।

रूस के द्वारा मंगलवार को खारकीव शहर में गोलीबारी तेज कर दी गई है और कुछ जगहों पर मिसाइल से हमले भी किए गए हैं। इसके अलावा यूक्रेन की राजधानी कीव में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं।

कीव छोड़ दें भारतीय

इस बीच, यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को  एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने छात्रों व अन्य भारतीय नागरिकों से कहा है कि वे मंगलवार को हर हालत में यूक्रेन की राजधानी कीव को छोड़ दें। 

एडवाइजरी में कहा गया है कि उन्हें जो भी साधन मिले ट्रेन या फिर किसी अन्य साधन के जरिए वे वहां से तुरंत निकल जाएं। क्योंकि यूक्रेन का एयरस्पेस पूरी तरह बंद हो चुका है इसलिए भारत ने सभी छात्रों व नागरिकों से कहा है कि वे किसी तरह यूक्रेन के पड़ोसी देशों के बॉर्डर तक पहुंच जाएं। लेकिन उन लोगों के लिए बॉर्डर तक पहुंचना आसान नहीं है। 

बता दें कि यूक्रेन में लगभग 16000 के आसपास भारतीय छात्र और नागरिक अभी भी फंसे हुए हैं। बीते कुछ दिनों में कुछ विमानों से हालांकि भारतीयों को वहां से स्वदेश लाया गया है लेकिन बावजूद इसके वहां फंसे छात्र वीडियो जारी कर उन्हें वहां से निकालने की गुहार लगा रहे हैं।

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