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मालदीव में भारतीय उच्चायोग के योग कार्यक्रम पर हमला क्यों?

मालदीव में भारतीय उच्चायोग के योग कार्यक्रम पर हमला क्यों?

मालदीव में भारतीय दूतावास के योग कार्यक्रम में आख़िर क्यों व्यवधान डाला गया? ग़ुस्साई भीड़ पर पुलिस को आख़िर क्यों आँसू गैस छोड़नी पड़ी?

मालदीव की राजधानी माले में प्रदर्शनकारियों की ग़ुस्साई भीड़ ने मंगलवार सुबह भारतीय उच्चायोग के एक योग कार्यक्रम में हमला कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस और काली मिर्च के स्प्रे का इस्तेमाल करना पड़ा।

यह घटना माले के राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम में हुई। भारतीय उच्चायोग ने योग कार्यक्रम का आयोजन किया था। यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर केंद्रीय युवा, खेल और सामुदायिक अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से आयोजत किया गया था। आयोजन से पहले प्रदर्शनकारियों ने योग की घोषणा करते हुए तख्तियाँ लहराईं जिसमें लिखा था कि योग इसलाम के सिद्धांतों के ख़िलाफ़ है। मालदीव की एक समाचार एजेंसी 'द एडिशन' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इसलामवादियों के एक वर्ग का मानना ​​है कि योग करना सूर्य की पूजा करने के समान है, जो इसलामी परंपरा के अनुसार एक विधर्मी काम है। द मालदीव जर्नल ने एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया है, 'मालदीव के युवाओं के एक समूह ने मालदीव में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक योग दिवस कार्यक्रम को बाधित किया है।'

रिपोर्ट के अनुसार बैनर, तख्तियाँ लिए और नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर मांग की कि योग दिवस समारोह रद्द कर दिया जाए और उपस्थित लोग तुरंत स्टेडियम खाली कर दें। कुछ उपस्थित लोगों ने कथित तौर पर कहा कि उन्हें भीड़ के सदस्यों द्वारा धमकी दी गई थी। बता दें कि मालदीव में इसलाम राजकीय धर्म है।

भीड़ के घुसने के दौरान मालदीव सरकार के कई राजनयिक, सरकारी अधिकारी और मंत्री भी मौजूद थे। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक आयोजक ने कहा कि मालदीव में पुलिस ने मंगलवार सुबह राजधानी माले में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक योग कार्यक्रम को बाधित करने वाले लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और काली मिर्च के स्प्रे का इस्तेमाल किया।

आयोजकों में से एक ने रायटर्स से कहा कि भीड़ ने एक स्टेडियम में धावा बोल दिया, जहां राजनयिकों और सरकारी अधिकारियों सहित 150 से अधिक लोग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने वाले एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे, वे प्रतिभागियों पर हमला कर रहे थे और संपत्ति को नुक़सान पहुँचा रहे थे। 

सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में बदमाशों को लाठी और झंडों से लैस देखा जा सकता है। एक टीवी चैनल के पोस्ट किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे प्रदर्शनकारियों ने कार्यक्रम स्थल को नष्ट कर दिया और प्रतिभागियों के लिए बने खाने के स्टॉलों को तोड़ दिया।

मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'आज सुबह गालोलु स्टेडियम में हुई घटना की पुलिस द्वारा एक जाँच शुरू की गई है। इसे गंभीर चिंता का विषय माना जा रहा है और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों को तेजी से क़ानून के सामने लाया जाएगा।'

पुलिस अधीक्षक फथमथ नशवा ने रायटर्स को बताया कि पुलिस ने दंगा विरोधी उपायों के साथ जवाब दिया और बाद में भीड़ को नियंत्रित करने और क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए काली मिर्च स्प्रे और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। नशवा ने कहा कि घटना के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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