न्यूयॉर्क : टाइम्स स्क्वैयर के बिल बोर्ड पर राम मंदिर, समर्थन और विरोध में प्रदर्शन
अमेरिका के न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वैयर स्थित नैसडैक के बिल बोर्ड पर राम मंदिर का मॉडल दिखाया गया और उसके साथ भारत का झंडा भी लगाया गया था। इसके समर्थन और विरोध में बड़ी तादाद में लोग टाइम्स स्क्वैयर पहुँच गए। कुछ लोग उत्सव मना रहे थे, भजन कीर्तन कर रहे थे। उनके सामने ही थोड़ा हट कर कुछ लोग बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ये लोग भारतीय मूल के थे।
टाइम्स स्क्वैयर पर उत्सव
रामजन्मभूमि सेलीब्रेशन्स कमिटी ऑफ़ यूएसए ने नैसडैक के बिल बोर्ड पर राम मंदिर दिखाने का आग्रह किया था और इसके लिए पूरा इंतजाम किया था।इस कमिटि के प्रमुख जगदीश सिवहानी ने ट्वीट किया, 'आज टाइम्स स्क्वैयर पर राम मंदिर और रामजी को देख कर बहुत ही गर्व हुआ।'
I was so proud to see our Ram Mandir and Ramji in Times Square today. Let’s celebrate this once in a lifetime event tonight at 7:30 pm#SriRamJiAtTimesSquare pic.twitter.com/4HcAahXraO
— Jagdish Sewhani (@JagdishSewhani) August 5, 2020
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, 'आज रात मौजूद रहने के लिए लोगों को धन्यवाद। राम भक्तों का प्रेम और स्नेह देख कर अभिभूत हो गया। जय श्री राम!'
सिवनी स्वयं उस समय टाइम्स स्क्वैयर पर मौजूद थै, जब नैसडैक के बिलबोर्ड पर राम मंदिर दिखाया गया था। अमेरिकन इंडियन पब्लिक अफ़ेयर्स कमिटी ने टाइम्स स्क्वैयर पर उत्सव मनाया।
टाइम्स स्क्वैयर पर विरोध प्रदर्शन
'कोएलिशन टू स्टॉप जीनोसाइड इन इंडिया' ने विरोध प्रदर्शित आयोजित किया था। यह भारतीय मूल के लोगों के कई संगठनों का शीर्ष संगठन है।बिल बोर्ड पर राम मंदिर दिखाए जाने के ख़िलाफ़ 'कोएलिशन ऑफ़ प्रोग्रेसिव हिन्दुज़', 'हिन्दुज़ फ़ॉर ह्यूमन राइट्स', 'इंडियन अमेरिकन मुसलिम कौंसिल', 'क्वीन्स अगेन्स्ट हिन्दू फ़ासिज़्म', 'स्टूडेंट्स अगेनस्ट् हिन्दुत्व आइडियोलॉजी' ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का आयोजन 'साउथ एशियन सॉलिडरिटी इनीशिएटिव' ने किया था।
इंडियन अमेरिकन मुसलिम कौंसिल के महासचिव जवाद मुहम्मद ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि राम हिन्दुओं के आराध्य देव हैं और बहुलतावाद के तहत हम सभी धर्मों के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं। पर राम के प्रति श्रद्धा का कुछ लोग अपने हित में इस्तेमाल करते हैं और इसका नतीजा भारत ही नहीं, अमेरिका में भी देखने को मिल रहा है।
क्या कहा न्यूयॉर्क कौंसिल के सदस्य ने
हिन्दुज़ फ़ॉर ह्यूमन राइट्स की अध्यक्ष सुनीता विश्ववनाथ का कहना है कि हिन्दू समाज के ध्रुवीकरण के लिए राम मंदिर मुद्दे का इस्तेमाल किया गया।
इस पर न्यूयॉर्क के स्थानीय लोगों ने भी अपनी राय रखी। न्यूयॉर्क सिटी कौंसिल के सदस्य डैनिएल ड्रॉम ने कहा
“
भारत और अमेरिका में भी कुछ लोग मुसलमानों का दानवीकरण कर रहे हैं। भारत हो या अमेरिका, धार्मिक कारणों से मुसलमानों को निशाना बनाना निंदनीय है।
डैनिएल ड्रॉम, सदस्य, न्यूयॉर्क सिटी कौंंसिल
इंडियन अमेरिकन मुसलिम कौंसिल ने एक बड़ी गाड़ी निकाली और न्यूयॉर्क की सड़कों पर घुमाया। इस गाड़ी पर बाबरी मसजिद को दिखाया गया था।
इस विरोध प्रदर्शन की एक ख़ास बात यह थी कि यह भारत के खि़लाफ़ नहीं था, भारत सरकार के ख़िलाफ़ था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े बैनर पोस्टर लगाए गए और उनकी आलोचना की गई।