पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी के नेता यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार होंगे। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बुलावे पर दिल्ली में एकजुट हुए। विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्षी दलों ने संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा को उतारने का फैसला किया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट देने की अपील की।
विपक्षी दलों की ओर से जारी संयुक्त बयान में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों से भी अपील की गई है कि वे यशवंत सिन्हा के नाम का समर्थन करें जिससे देश में राष्ट्रपति का चुनाव निर्विरोध हो सके।
जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार ने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के चयन को लेकर आम सहमति बनाने के लिए कोई भी गंभीर प्रयास नहीं किया।
इससे पहले यशवंत सिन्हा ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा कि वह टीएमसी में उन्हें सम्मान देने के लिए पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी का आभार व्यक्त करते हैं। लेकिन अब वक्त आ गया है कि वह पार्टी से हटकर विपक्षी दलों की एकता के लिए काम करें।
वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने उम्मीद जताई है कि ममता बनर्जी उनके इस कदम को सहमति देंगी।
एनसीपी मुखिया शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बाद महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था।
बता दें कि राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा जबकि नतीजे 21 जुलाई को आएंगे। नामांकन की अंतिम तारीख 29 जून है।
दूसरी ओर, बीजेपी ने 14 सदस्यों का एक पैनल बनाया है जो उम्मीदवार को चुनने की दिशा में काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इस पैनल का संयोजक बनाया गया है। बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विपक्ष और एनडीए का साझा उम्मीदवार उतारने को लेकर विपक्षी दलों से बातचीत भी कर चुके हैं लेकिन यह बातचीत परवान नहीं चढ़ सकी।
कौन होगा एनडीए का उम्मीदवार
एनडीए की ओर से संभावित उम्मीदवारों की सूची में जिन शख्सियतों के नाम सबसे ऊपर हैं, उनमें झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, तमिलनाडु की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसके अलावा कर्नाटक के राज्यपाल और दलित नेता थावरचंद गहलोत और लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन का नाम राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवारों में लिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और ओडिशा के राज्यपाल जुएल ओरांव का नाम भी चर्चा में है।