मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में शनिवार 5 अगस्त को सुबह ताजा हिंसा में पिता-पुत्र सहित तीन निहत्थे ग्रामीण मारे गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों ने देर रात करीब दो बजे बिष्णुपुर के क्वाक्टा के पास उखा तंपक गांव पर धावा बोल दिया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में दो व्यक्ति, पिता-पुत्र और बगल के घर में मौजूद एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। वे निहत्थे ग्रामीण थे जो अपने घरों की रखवाली कर रहे थे।
पुलिस ने शनिवार सुबह बताया कि तीनों को सोते समय गोलियों से भून दिया गया और बाद में तलवारों से काट डाला गया। उन्होंने बताया कि हमलावर चुराचांदपुर से आए थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस घटना ने बड़ी चिंता पैदा कर दी है क्योंकि हमलावर पहाड़ियों और घाटियों के बीच बफर जोन को तोड़ कर गांव में पहुंचे थे। बफर जोन में हर समय केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि विभिन्न जिलों में ताजा हिंसा भड़कने के बाद संयुक्त बलों ने संघर्षग्रस्त राज्य के संवेदनशील और सीमांत इलाकों में तलाशी अभियान चलाया और सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया।
बहरहाल, मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार हो रही हैं। बिष्णुपुर के तेराखोंगसांगबी में अज्ञात बंदूकधारियों और राज्य बलों के बीच गोलीबारी में गुरुवार देर रात एक 35 वर्षीय महिला घायल हो गई थी। महिला की पहचान अरिबम वाहिदा बीबी के रूप में हुई है, जिसके हाथ में गोली लगी है और उसका इंफाल के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले उसी दिन, एक भीड़ ने बिष्णुपुर जिले के नारानसीना में स्थित द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के मुख्यालय में शस्त्रागार को लूट लिया था।
मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि विभिन्न जिलों में ताजा हिंसा भड़कने के बाद संयुक्त बलों ने संघर्षग्रस्त राज्य के संवेदनशील और सीमांत इलाकों में तलाशी अभियान चलाया और सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया।
मणिपुर में हिंसा की घटनाओं में हाल ही में कमी आई थी लेकिन अब फिर से हिंसा शुरू हो गई है। गुरुवार को जिस तरह फिर से सरकारी हथियार लूटे गए, उसने केंद्रीय एजेंसियों में चिन्ता पैदा कर दी है।