प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को नग्न घुमाने के वायरल वीडियो के बारे में बात की और कहा कि वह दुखी हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर का नाम लेते हुए कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया है। इस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
मणिपुर में तीन महीने से ज्यादा समय से हिंसा की घटनाएं चल रही हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री चुप रहे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर गए और पीएम मोदी की चुप्पी पर बार-बार सवाल उठाया। केंद्र सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर भेजा लेकिन उसके बाद हालात बिगड़ते चले गए। प्रधानमंत्री का मणिपुर से छत्तीसगढ़ और राजस्थान से तुलना करना तथ्यात्मक रूप से भी गलत है। कांग्रेस शासित इन दोनों राज्यों में आदिवासियों के साथ ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं, जैसी मणिपुर में तीन महीने से ज्यादा समय से चल रही हैं। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में गैंगरेप आदि की घटनाएं हुईं हैं जो अपराध की श्रेणी में आती है। इन दोनों राज्यों में जातीय संघर्ष नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री ने आज क्या कहा
संसद के बाहर गुरुवार को पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र के मंदिर संसद में आने से पहले उनका दिल दर्द और गुस्से से भर गया। पीएम ने कहा “मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वह किसी भी सभ्यता के लिए शर्मनाक है। देश शर्मसार हुआ है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वे अपराध, विशेषकर महिलाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कानूनों को मजबूत करें। घटना राजस्थान, छत्तीसगढ़ या मणिपुर की हो, देश के किसी भी कोने में अपराधी छूटना नहीं चाहिए। यह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक घटना है...यह किसने किया और कौन जिम्मेदार है यह एक अलग मुद्दा है लेकिन इसने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है। ... एक महिला के सम्मान का मुद्दा सभी राजनीति से ऊपर है।पीएम मोदी ने कहा, "मैं अपने देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा।"
कांग्रेस का हमलाः पीएम मोदी के मणिपुर पर पहली बार बयान देने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस की ज्यादा नाराजगी छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लेने पर है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज 20 जुलाई को कहा - प्रधानमंत्री मोदी सत्र शुरू होने से पहले 8 मिनट 25 सेकंड बोले - और उनके पास मणिपुर के लिए सिर्फ़ 36 सेकंड थे? मणिपुर पर बोलने के बजाय आप राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर ताने देने लगे? घटना 77 दिन पुरानी है और आपको वाक़ई में अब पता चल रहा है इसके बारे में? सच तो ये है कि इस हैवानियत के आप भी उतने ही ज़िम्मेदार हैं जीतने वीडियो में दिखने वाले दरिंदे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा- आज इस देश की हर औरत नंगा महसूस कर रही है - लगता है कोई शरीर ही नहीं आत्मा को भी नोच रहा हो। धिक्कार है, लानत है आप पर मोदी जी, दुर्भाग्य है आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं।
कांग्रेस सांसद और प्रमुख नेता जयराम रमेश ने भी पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला - 1800 घंटे से अधिक की समझ से परे और अक्षम्य चुप्पी के बाद आखिरकार प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर कुल 30 सेकंड तक बात की। जिसके बाद, पीएम ने एमपी, यूपी और गुजरात जैसे राज्यों में महिलाओं पर अत्याचारों को नजरअंदाज करते हुए अन्य राज्यों, खासकर विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को एक समान करके मणिपुर में भारी शासन विफलताओं और मानवीय त्रासदी से ध्यान हटाने की कोशिश की।
जयराम रमेश ने कहा- सबसे पहले, उन्होंने वहां चल रहे जातीय संघर्ष के मुद्दे को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया। उन्होंने शांति की कोई अपील नहीं की है, न ही मणिपुर के सीएम से पद छोड़ने के लिए कहा है। वहीं सामने आए इस एक वीडियो पर उन्होंने यह टिप्पणी की है कि यह मणिपुर राज्य में हुई बर्बर हिंसा की सैकड़ों घटनाओं का एक उदाहरण मात्र है।
रमेश ने कहा- दूसरे, पीएम ने मणिपुर में हिंसा को अन्य राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों के साथ जोड़ने की कोशिश की। कांग्रेस शासित राज्यों में इन अपराधों को अंजाम देने वालों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया है। मणिपुर में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में 15 दिन लग गए और आज, 64 दिन बाद, मणिपुर के सीएम ने दावा किया कि गिरफ्तारियां की गई हैं। मणिपुर में कानून-व्यवस्था और प्रशासन पूरी तरह चरमरा गया है।
कांग्रेस सांसद ने कहा- यह बहुत कम है, बहुत देर हो चुकी है। अब केवल शब्दों से काम नहीं चलेगा। एक्शन को ज़ोर से बोलना चाहिए। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जवाबदेही से बच नहीं सकते। मणिपुर के मुख्यमंत्री को तुरंत पद छोड़ देना चाहिए।' इंडिया जवाब मांगना जारी रखेगा - मणिपुर में शांति और सुलह की दिशा सुनिश्चित करने के लिए।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेने सिंह ने अपनी सफाई में कहा है कि फिलहाल गहन जांच चल रही है और उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है। एक आरोप को गिरफ्तार किया गया है।