आंबेडकर का सम्मान करते हैं तो आधी रात तक शाह को बर्खास्त करें पीएम: खड़गे
आंबेडकर पर बयान देकर गृहमंत्री अमित शाह बुरे फँस गए हैं। कांग्रेस ने पहले माफी मांगने की मांग की, फिर उनका इस्तीफा मांगा और अब बर्खास्त किए जाने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उन्होंने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलित नेता पर भरोसा है तो उन्हें आधी रात तक केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को राज्यसभा में डॉ. बीआर आंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें खड़गे ने शाह से उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की और कहा कि अगर पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया तो लोग सड़कों पर उतर आएंगे।
LIVE: Special Press Briefing by Congress President Shri @kharge at AICC HQ. https://t.co/4dsgc8vWZz
— Congress (@INCIndia) December 18, 2024
कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर हंगामा खड़ा कर दिया है जिसमें उन्होंने मंगलवार को संसद में कहा था- 'अभी एक फैशन हो गया है– आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर... इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।'
खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'मुझे ताज्जुब है कि जब कोई व्यक्ति बाबासाहेब के बारे में टीवी पर ऐसी अपमानजनक बातें बोल रहा है, तो उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाकार टोका तक नहीं। इसके विपरीत गृह मंत्री को समर्थन देने के लिए उन्होंने 6 ट्वीट कर दिए। जबकि आंबेडकर जी के लिए ऐसी अपमानजनक बात करने वाले व्यक्ति को कैबिनेट से निकाल देना चाहिए था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों गहरे दोस्त हैं, इसलिए दोनों एक दूसरे के पाप को छिपाते हैं।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, 'बीजेपी-आरएसएस और उनके राजनीतिक पूर्वजों ने कभी संविधान को सम्मान नहीं दिया। इनके राजनीतिक पूर्वजों ने कभी संविधान को स्वीकार नहीं किया, उसकी प्रतियां जलाईं। इन लोगों ने तिरंगे को भी नहीं अपनाया। उनका कहना था कि संविधान में मनुस्मृति की बातें नहीं हैं, इसलिए इसे नहीं मानेंगे। इसके विरोध में उन लोगों ने नेहरू और आंबेडकर जी का पुतला भी जलाया।'
उन्होंने आगे कहा कि 'अगर बीजेपी और उनके नेताओं के मन में आंबेडकर जी के लिए श्रद्धा होती तो वे कभी ऐसी बातें नहीं बोलते। इसलिए हम चाहते हैं-
- अमित शाह अपने पद से इस्तीफा दें।
- अगर पीएम मोदी के मन में बाबासाहेब के प्रति थोड़ी सी भी श्रद्धा है, तो रात 12 बजे से पहले अमित शाह को उनके पद से बर्खास्त करें।'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'अमित शाह जी ने संसद में जो कहा, वह बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने दलितों और देश के नायक, जो सबके लिए पूजनीय हैं, उनका अपमान किया है। अमित शाह ने कहा कि: आप लोग जितनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, इतनी बार अगर भगवान का नाम लेते तो आपको सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। बीजेपी आरएसएस के लोग संविधान को नहीं मानते हैं। ये लोग मनुस्मृति को मानने वाले लोग हैं, क्योंकि उसी में स्वर्ग-नरक और जातियों के बारे में कहा और लिखा गया है।'
खड़गे ने कहा, 'बाबासाहेब आंबेडकर जी सबके हैं, क्योंकि वे दलित, शोषित और वंचित लोगों समेत समाज के हर व्यक्ति की बात करते थे। वे सभी के प्रति सहानुभूति रखते थे।'
खड़गे ने कई मांगें रखीं
- यदि कोई व्यक्ति संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनता है और फिर संविधान का अपमान करता है, तो उसे कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
- अमित शाह को फौरन कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
- अगर इस्तीफ़ा नहीं होगा तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन होंगे।
इंडिया गठबंधन ने खोला मोर्चा
आंबेडकर पर अमित शाह के बयान को लेकर विपक्षी इंडिया गठबंधन ने जबरदस्त हमला बोला है। टीएमसी की ममता बनर्जी से लेकर शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे तक ने अमित शाह के बयान की निंदा की। ममता बनर्जी ने कहा, 'अमित शाह की टिप्पणी उन लाखों लोगों का अपमान है जो मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए बीआर आंबेडकर की ओर देखते हैं।'
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हमें देखना होगा कि भाजपा या आरएसएस अमित शाह के खिलाफ कोई कार्रवाई करते हैं या नहीं। क्या उन्होंने अमित शाह से ऐसी बातें कहने को कहा था? जिन पार्टियों ने भाजपा को समर्थन दिया है, चाहे वह चंद्रबाबू नायडू की पार्टी हो, नीतीश कुमार हों या महाराष्ट्र में कुछ गद्दार अजित पवार हों, क्या वे इसे स्वीकार करेंगे? क्या रामदास अठावले अभी भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने रहेंगे?'
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'देखिए कैसे अमित शाह जी संसद में बाबा साहेब आंबेडकर का मज़ाक़ उड़ा रहे हैं। इन बीजेपी वालों को इतना अहंकार हो गया कि ये किसी को कुछ नहीं समझते। हाँ, अमित शाह जी। बाबा साहेब इस देश के बच्चे-बच्चे के लिए भगवान से कम नहीं हैं। मरने के बाद स्वर्ग का तो पता नहीं, लेकिन बाबा साहेब का संविधान ना होता तो आप लोग तो दबे, कुचले, गरीबों और दलितों को इस धरती पर जीने ही ना देते। बाबा साहेब का अपमान- नहीं सहेगा हिंदुस्तान।'
देखिए कैसे अमित शाह जी संसद में बाबा साहेब अंबेडकर का मज़ाक़ उड़ा रहे हैं। इन बीजेपी वालों को इतना अहंकार हो गया कि ये किसी को कुछ नहीं समझते।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 18, 2024
हाँ अमित शाह जी। बाबा साहेब इस देश के बच्चे-बच्चे के लिए भगवान से कम नहीं हैं। मरने के बाद स्वर्ग का तो पता नहीं, लेकिन बाबा साहेब का… pic.twitter.com/vxJfdDw9mj
अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी हमारे भगवान हैं। उन्होंने कहा, 'हम आप सब भीमराव आंबेडकर जी का सम्मान करते हैं, उनका योगदान इस देश के संविधान को बनाने में रहा है। लेकिन आप देखिए उनके लिए किस तरह की भाषा का इस्तेमाल हुआ है।'
राहुल गांधी ने कहा है, 'भाजपा हमेशा से ही आंबेडकर और उनकी विचारधारा के खिलाफ रही है, इसलिए वे उनके संविधान को खत्म करना चाहते हैं।'