कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोमवार को किए गए ट्वीट को लेकर बीजेपी ने उस पर हमला बोल दिया है। इस ट्वीट में एक खाकी नेकर को जलते हुए दिखाया गया है।
बताना होगा कि बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस में पहले खाकी नेकर ही पहनी जाती थी लेकिन अब संघ के कार्यकर्ताओं के गणवेश में बदलाव हुआ है और वे पेंट पहनते हैं।
लेकिन अभी भी विरोधी राजनीतिक दलों के नेता संघ के कार्यकर्ताओं पर खाकी नेकर का तंज कसते हैं। कांग्रेस की ओर से इस ट्वीट में लिखा गया है कि देश को नफरत की बेड़ियों से मुक्त करना है और बीजेपी, आरएसएस ने जो नुकसान किया है उसकी भरपाई करनी है।
कांग्रेस ने आगे कहा है कि कदम से कदम मिलाकर ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। हैशटैग में भारत जोड़ो यात्रा भी लिखा गया है।
तसवीर के कैप्शन में लिखा गया है कि अभी 145 दिन और बाकी हैं। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बीते गुरुवार को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और यह कुल 150 दिन तक चलेगी और जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होगी। यात्रा को 5 दिन हो चुके हैं।
तसवीर हटाए कांग्रेस
कांग्रेस की ओर से ट्वीट किए जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा सामने आए और इस ट्वीट की तसवीर को सामने रख कर कहा कि यह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा नहीं भारत तोड़ो यात्रा और आग लगाओ यात्रा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक पात्रा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कांग्रेस पार्टी ने ऐसा किया है। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल पूछा कि क्या वह इस देश में हिंसा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस तसवीर को तुरंत अपने टि्वटर हैंडल से हटाना चाहिए।
संबित पात्रा ने कहा कि जो शख्स पार्टटाइम राजनीति करता है और अधिकांश वक्त भारत से बाहर रहता है, वह हिंदुस्तान को बेहतर ढंग से नहीं जान सकता। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है।
कांग्रेस के इस ट्वीट पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा है कि कांग्रेस ने 1984 में दिल्ली को जलाया, साल 2002 में गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया और वह फिर हिंसा का आह्वान कर रही है।
पादरी से मुलाकात पर विवाद
शनिवार को राहुल गांधी की एक पादरी से मुलाकात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए थे। राहुल गांधी ने तमिलनाडु के कन्याकुमारी में पादरी जॉर्ज पोन्निया से मुलाकात की थी। इसका एक वीडियो सामने आया था जिसमें राहुल गांधी कहते हैं कि क्या यीशु मसीह भगवान का रूप हैं, क्या यह बात सही है। इस पर पादरी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वास्तव में जीसस ही ईश्वर हैं।
वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि यह राहुल गांधी का नफरत जोड़ो अभियान है और उन्होंने पादरी जॉर्ज पोन्निया जैसे आदमी को भारत जोड़ो यात्रा का पोस्टर ब्वॉय बनाया है जिसने हिंदुओं को धमकाया और भारत माता के बारे में अपमानजनक बातें कही हैं।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा था कि ऐसे कई मौके आए हैं जब राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए हैं। उन्होंने भगवान राम के होने का सबूत भी मांगा था।
राहुल की टी-शर्ट पर विवाद
शुक्रवार को बीजेपी ने राहुल गांधी की टी शर्ट का मुद्दा उठाया था। बीजेपी ने राहुल गांधी की एक तसवीर के साथ एक ब्रांडेड टी शर्ट की तसवीर को ट्वीट कर कहा था कि महंगाई को मुद्दा बना रहे राहुल ने खुद बेहद महंगी टी-शर्ट पहनी हुई है। ब्रांडेड टी शर्ट की कीमत 41 हजार रुपये लिखी हुई थी।
लेकिन कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा था कि क्या बीजेपी भारत जोड़ो यात्रा में उमड़े जनसैलाब को देखकर घबरा गई है। कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी बेरोजगारी और महंगाई पर बात करे और कपड़ों पर चर्चा करनी है तो मोदी जी के 10 लाख के सूट और 1.5 लाख के चश्मे तक बात जाएगी।