गलवान में शहादत और चीनी घुसपैठ पर कांग्रेस आक्रामक, पार्टी नेताओं के ताबड़तोड़ हमले

08:08 pm Jun 26, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

गलवान में भारतीय जवानों की शहादत और भारत की सीमाओं में चीन घुसपैठ को कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। इसके अलावा जवानों को वहां निहत्था क्यों भेजा गया, इसे लेकर भी कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। शुक्रवार को कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार से इसे लेकर सवाल पूछे हैं। 

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा, दिग्विजय सिंह, राजीव त्यागी, हरीश रावत और तमाम राज्यों के बड़े कांग्रेसी चेहरों, अपने फ़्रंटल संगठनों के प्रमुखों को मैदान में उतारकर पार्टी ने ये साफ कर दिया है कि वह जवानों की शहादत और चीन की घुसपैठ के मुद्दे पर मोदी सरकार को चैन की सांस नहीं लेने देगी। 

गलवान में भारतीय सैनिकों की शहादत से पहले ही राहुल गांधी लगातार सरकार से सवाल पूछ रहे थे कि क्या चीन ने हमारी ज़मीन पर कब्जा कर लिया है। लेकिन जवानों के शहीद होने की घटना के बाद वह और कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता मोदी सरकार पर पूरी ताक़त के साथ टूट पड़े हैं। 

#SpeakUpForOurJawans के तहत कांग्रेस ने अपने सभी प्रमुख चेहरों से वीडियो बनवाकर इस मुद्दे पर अपनी लड़ाई को तेज करने के संकेत दिए हैं। 

सोनिया से लेकर राहुल गांधी और तमाम नेताओं ने मोदी सरकार से यही सवाल पूछा है कि आख़िर चीन के मामले में मोदी सरकार भ्रम की स्थिति क्यों बनाए रखना चाहती है। वह देश के लोगों से सीमा के असल हालात को क्यों छिपाए रखना चाहती है

राहुल गांधी ने भी आज फिर से इसी बात को कहा कि भले ही पीएम मोदी भारतीय सीमा में घुसपैठ न होने की बात कहें लेकिन सैटेलाइट फ़ोटोग्राफ़्स और लद्दाख की जनता के बयान कह रहे हैं कि चीन हमारी ज़मीन छीन चुका है। 

बीजेपी के पास इन हालात में सिर्फ़ 1962 के युद्ध का जिक्र करने के अलावा कोई चारा नहीं है। तब चीन ने धोखे से वार किया था और हमारी 43 हज़ार वर्ग किमी. की ज़मीन पर कब्जा कर लिया था। लेकिन बीजेपी के नेताओं को कांग्रेस के नेता जवाब दे रहे हैं कि 1967 में कांग्रेस की ही सरकार ने नाकू ला सेक्टर में चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया था और इसके बाद 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। 

#SpeakUpForOurJawans के तहत कांग्रेस ने एक बड़ा हमला बोला है और दिखाया है कि आने वाले दिनों में वह चीन की घुसपैठ को एक बड़ा मुद्दा बनाएगी। वह तो कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण रैलियों और प्रदर्शन पर रोक है, वरना माना जा रहा है कि पार्टी इस मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन खड़ा कर देती। लेकिन फिर भी पार्टी ने सोशल मीडिया पर सक्रिय देश के करोड़ों लोगों तक अपनी बात पहुंचाई है और मोदी सरकार को भी चेताया है कि वह यह बयान नहीं दे कि भारत की सीमाओं में कोई नहीं घुसा है। इसके बजाए वह चीन पर कार्रवाई करे और हमारी ज़मीन को वापस लेकर आए।