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NEET पेपर लीक पर सरकार घिरी, राहुल-प्रियंका ने कहा- मोदी क्यों चुप हैं

NEET पेपर लीक पर सरकार घिरी, राहुल-प्रियंका ने कहा- मोदी क्यों चुप हैं

नीट परीक्षा का पेपर फिर से लीक होने की खबरें देश के कई शहरों से आईं। हालांकि पेपर लेने वाली एजेंसी इसका खंडन कर रही है लेकिन पुलिस ने कई जगह लोगों को पेपर लीक होने पर हिरासत में लिया है। लगातार पेपर लीक की वजह से मोदी सरकार अब फिर से इस मामले में घिर गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है।

रविवार 5 मई को देश के 557 शहरों और विदेश के 14 शहरों में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2024 परीक्षा आयोजित की गई। लेकिन रविवार को सोशल मीडिया पर NEET UG 2024 पेपर लीक टॉप ट्रेंड में आ गया। लोग वीडियो और फोटो डाल रहे थे कि नीट परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। हालांकि इस परीक्षा को आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इसका खंडन कर दिया। लेकिन सोशल मीडिया कुछ और ही गवाही दे रहा था। इसका पेपर 2 बजे से था लेकिन शाम 4 बजे नीट का पर्चा सोशल मीडिया पर आ चुका था। हालांकि एनटीए इसी आधार पर इसे लीक नहीं मान रहा है। 

पटना में सात लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि नीट पेपर लीक होने की एफआईआर पटना के शास्त्री नगर पुलिस थाने में दर्ज की गई है। कुछ लोगों को पकड़ा गया है, उनसे पूछताछ हो रही है। बहरहाल, पेपर लीक होने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले तमाम राज्यों में लगातार पेपर लीक की घटनाएं हो रही हैं। इस मामले में राजस्थान और यूपी सबसे ज्यादा बदनाम हैं। लेकिन यूपी में सिपाही भर्ती परीक्षा का मास्टरमाइंड हरियाणा के गुड़गांव से पकड़ा गया था। बहरहाल, सरकार पेपर लीक पर घिर गई है।

कहा जा रहा है कि राजस्थान के कोटा में भी कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा, कई हिंदी माध्यम के छात्रों ने शिकायत की कि उन्हें अंग्रेजी प्रश्न पत्र दिया गया था। एनटीए ने 'गलत प्रश्नपत्र की गलती' की बात स्वीकार कर ली है। हालांकि एनटीए पहले इसका भी खंडन कर रहा था।

राजस्थान के भरतपुर में डमी कैंडिडेट पकड़े गए जो असली छात्रों की जगह नीट का पेपर हल कर रहे थे। सोशल मीडि पर दावा किया गया कि पेपर लीक में शामिल एक गिरोह ने डमी उम्मीदवार भेजे थे। कथित तौर पर, पुलिस ने उन क्षेत्रों पर छापा मारा जहां प्रश्न पत्र बांटे जा रहे थे और कथित तौर पर पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।

कांग्रेस का हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर अपने ट्वीट में कहा-  NEET परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर 23 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं और उनके परिवारों के सपनों के साथ धोखा है। 12वीं पास कर कॉलेज में दाखिले का सपना संजोए छात्र हों या सरकारी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे होनहार युवा, हर किसी के लिये मोदी सरकार अभिशाप बन चुकी है। 10 वर्षों से भाजपा सरकार के निकम्मेपन की कीमत अपने भविष्य की बर्बादी से चुका रहा युवा और उसका परिवार अब समझ चुका है कि ज़ुबान चलाने और सरकार चलाने में फर्क होता है। कांग्रेस ने सख्त कानून बनाकर युवाओं को पेपर लीक से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया है। छात्रों को स्वस्थ और पारदर्शी माहौल हमारी गारंटी है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा-   एक बार फिर से NEET का पेपर लीक होने की खबरें आ रही हैं। देश के 24 लाख युवाओं के भविष्य के साथ फिर से खिलवाड़ हुआ। पिछले दस बरसों से करोड़ों होनहार युवाओं के साथ चल रहा यह सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। क्या देश के प्रधानमंत्री इस पर कुछ कहेंगे? युवाओं को बहलाने के लिए संसद में पेपर लीक के खिलाफ कानून पास हुआ था। वह कानून कहां है? लागू क्यों नहीं होता? इसीलिए बेरोजगारी और नौकरियों में भ्रष्टाचार इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा है। हमारे न्याय पत्र का संकल्प है कि पेपर लीक बंद होगा। भर्तियां कैलेंडर के हिसाब से निकलेंगी। खाली पद भरे जाएंगे। युवाओं के भविष्य के साथ यह खिलवाड़ बंद होगा और हम ये करके दिखाएंगे।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बिहार में NEET के पेपर लीक होने की ख़बरें सामने आई हैं। इसके अलावे राजस्थान से परीक्षा केंद्रों पर NEET परीक्षा के प्रश्नपत्रों के गलत सेट बांटे जाने की भी शिकायतें आई हैं। पिछले 7 वर्षों में, 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं। ऐसा होने से 2 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों का भविष्य बर्बाद हुआ है। कई राज्यों में पेपर लीक को लेकर कानून होने के बावजूद पेपर लीक हो रहे हैं। 

जयराम रमेश ने हाल के कुछ उदाहरण देते हुए कहा- बिहार में 15 मार्च को शिक्षक भर्ती परीक्षा में 3.75 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। कुछ ही दिनों में पेपर लीक की वजह से परीक्षा रद्द करनी पड़ी। 17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस परीक्षा में 60 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। 24 फरवरी को पेपर लीक के चलते योगी सरकार को परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमने अपने न्याय पत्र में खासतौर पर पेपर लीक होने को रोकने के लिए अलग से कानून बनाने का वादा किया है। हमारे कानून पेपर-आधारित और कंप्यूटर-आधारित परीक्षाओं के लिए - पेपर सेटिंग, प्रिंटिंग, परिवहन, प्रशासन और निरीक्षण से लेकर परीक्षा की प्रक्रिया के हर चरण में ईमानदारी और निष्पक्षता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करेंगे। वे युवा जो इन परीक्षाओं की तैयारी में वर्षों बिताते हैं, और बेहतर भविष्य की आशा के लिए समय और पैसा ख़र्च करते हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पेपर लीक न हों। पेपर लीक से मुक्ति कड़ी मेहनत करने वाले हर उम्मीदवार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है।  

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