विदेशी उड़ानों पर लगी रोक 15 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई है। नागरिक विमानन महानिदेशालय ने शुक्रवार को इसका एलान करते हुए कहा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को छूट दी जा सकती है।
विमानन नियामक ने कहा, ‘संबंधित अधिकारी ने यह फ़ैसला लिया है कि वाणिज्यिक विदेशी उड़ानें 15 जुलाई की आधी रात तक निलंबित रहेंगी।’
भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध 23 मार्च को ही लगा दिया गया था। कोरोना महामारी की रोकथाम के तहत यह कदम उठाया गया था।
वंदे भारत मिशन के तहत सरकारी कंपनी एअर इंडिया और कुछ निजी हवाई कंपनियाँ 6 मई से उड़ानें भर रही हैं। घरेलू उड़ानें 25 मई को शुरू की गईं।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए थे। इससे ऐसा लगा था कि विदेशी उड़ानें चालू हो जाएंगी।
दिशा निर्देशों में कहा गया था कि विदेश से आने वाले लोगों को अब अपने खर्च पर 14 दिन के क्वरेन्टाइन में रहना होगा और उसके बाद एक सप्ताह के होम क्वरेन्टाइन से गुजरना होगा।
स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए दिशा निर्देश जारी करते हुए यह एलान किया है। इसी तरह उड़ान से पहले हर विमान यात्री को यह लिखित आश्वासन देना होगा कि वह उड़ान के बाद के दिशा निर्देशों का पालन करेगा।
इसके भी पहले एयर इंडिया ने तो 4 मई से ही घरेलू उड़ानों के लिए और एक जून से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए टिकट की बुकिंग भी शुरू कर दी थी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक जून की तारीख़ क्यों तय की गई यह साफ़ नहीं है। सरसरी तौर पर बुकिंग का फ़ैसला अजीब लगता है और यही कारण है कि सरकार को इस पर सफ़ाई देनी पड़ी थी।