कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के मामले में भारत ने अमेरिका की टिप्पणी पर उसे जवाब दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा है कि कर्नाटक के कुछ स्कूलों में ड्रेस कोड का मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में विचाराधीन है। हमारे संवैधानिक तंत्र और दायरे में सभी मुद्दों पर विचार किया जाता है और उनका हल निकाला जाता है।
बागची ने कहा है कि भारत के आंतरिक मामलों में 'उकसाने' वाली टिप्पणी है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बता दें कि गुरुवार को इस मामले में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता संगठन में अमेरिका के एंबेसडर-एट-लार्ज रशद हुसैन ने कहा था कि स्कूलों में हिजाब को बैन करना धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “धार्मिक स्वतंत्रता में किसी के द्वारा धार्मिक पोशाक का चुनाव करना भी शामिल है। भारत में कर्नाटक को धार्मिक कपड़ों को पहनने की इजाजत को तय नहीं करना चाहिए।” रशद हुसैन मूल रूप से भारतीय नागरिक हैं, वह अमेरिका में पैदा हुए हैं और उनके पिता बिहार से थे।
उधर, हिजाब को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद कर्नाटक सरकार ने कहा है कि अब कॉलेज 16 फरवरी तक बंद रहेंगे। बता दें कि इससे पहले भी स्कूल और कॉलेजों को 3 दिन तक के लिए बंद रखना पड़ा था। राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि इन कॉलेजों के खुलने तक यहां ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाए।
इस मामले में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शुक्रवार को महाराष्ट्र के मालेगांव में हिजाब डे मनाया गया और बड़ी संख्या में मुसलिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे। कर्नाटक में कई जगहों पर पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है और बेंगलुरु में पुलिस ने शिक्षण संस्थानों के आसपास प्रदर्शन करने पर पूरी तरह रोक लगाई हुई है।