छात्रा की मौत पर हँसते दिखा अमेरिकी पुलिसकर्मी, भारत बोला- जांच हो
किसी शख्स की मौत पर क्या किसी को हँसी आ सकती है? पुलिस की गाड़ी की चपेट में आने से एक छात्रा की मौत हो जाए और एक पुलिसकर्मी इस पर हँसे और उसका मजाक उड़ाए, क्या यह सामान्य बात है? अमेरिका में ऐसा ही हुआ है। भारत के आंध्र प्रदेश की छात्रा थी। घटना के क़रीब 9 महीने बाद एक वीडियो क्लिप सामने आने के बाद यह मामला सामने आया है।
इसी को लेकर भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह सिएटल पुलिसकर्मी के बॉडीकैम फुटेज की गहन जाँच कराए जिसमें वह एक तेज रफ्तार पुलिस कार की चपेट में आने के बाद एक भारतीय छात्रा की मौत के बारे में मजाक उड़ा रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार 23 वर्षीय जाह्नवी कंडुला की जनवरी में एक अधिकारी केविन डेव द्वारा चलाए जा रहे पुलिस वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। सिएटल टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, ओवरडोज की सूचना मिलने पर वह लगभग 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। कंडुला नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के सिएटल परिसर में मास्टर की छात्रा थीं।
संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत ने त्वरित कार्रवाई की मांग की है। बाइडेन प्रशासन ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया और भारत सरकार को मामले की शीघ्र जाँच का आश्वासन दिया है।
इससे पहले सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी वीडियो का संज्ञान लिया और मामले को बेहद परेशान करने वाला बताया। वाणिज्य दूतावास ने कहा कि उन्होंने इस मामले को सिएटल और वाशिंगटन डीसी के अधिकारियों के सामने उठाया है।
.. for a thorough investigation & action against those involved in this tragic case.
— India in SF (@CGISFO) September 13, 2023
The Consulate & Embassy will continue to closely follow up on this matter with all concerned authorities.@IndianEmbassyUS @MEAIndia
वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट किया है, 'जनवरी में सिएटल में एक सड़क दुर्घटना में सुश्री जाह्नवी कंडुला की मौत से निपटने की मीडिया सहित हालिया रिपोर्टें बेहद परेशान करने वाली हैं। हमने इस मामले को सिएटल और वाशिंगटन राज्य के स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ वाशिंगटन डीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष दृढ़ता से उठाया है।'
उन्होंने कहा है कि वाणिज्य दूतावास और दूतावास इस मामले पर सभी संबंधित अधिकारियों (सीआईएस) के साथ बारीकी से संपर्क करना जारी रखेंगे।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजदूत द्वारा सिएटल और वाशिंगटन में अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाने के बाद माना जाता है कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें और भारत सरकार को आश्वासन दिया है कि पूरी घटना को उन्होंने बहुत गंभीरता से लिया है। अधिकारियों ने कहा कि वे पर्याप्त जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए वाशिंगटन डीसी से जांच और मामले की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।
बता दें कि इस साल 23 जनवरी को अधिकारी केविन डेव द्वारा चलाए जा रहे एक पुलिस वाहन की चपेट में आने से जाह्नवी कंडुला की मौत हो गई थी। सिएटल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, डैनियल ऑडरर, जो सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के उपाध्यक्ष हैं, साथ ही एक दवा पहचान विशेषज्ञ भी हैं, को यह मूल्यांकन करने के लिए नियुक्त किया गया था कि डेव विकलांग थे या नहीं।
सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी एक वीडियो में एक अन्य पुलिसकर्मी को दुर्घटना पर चर्चा करते हुए और मजाक उड़ाते हुए सुना जा सकता है। क्लिप में सिएटल पुलिस ऑफिसर्स गिल्ड के उपाध्यक्ष डैनियल ऑडरर को गिल्ड के अध्यक्ष के साथ एक कॉल में यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'वह मर चुकी है' और फिर हँसने लगे और कंडुला को 'ए रेगुलर पर्सन' कहा'। उसने हँसते हुए आगे कहा, "हाँ, बस एक चेक तैयार रखो। ग्यारह हजार डॉलर।' क्लिप उसके यह कहने के साथ समाप्त होती है, 'वह वैसे भी 26 साल की थी, उसकी कीमत सीमित थी'।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार छात्रा के चाचा अशोक कंडुला को ने कहा है, 'परिवार के पास कहने के लिए कुछ नहीं है। सिवाय इसके कि मुझे आश्चर्य है कि क्या इन पुरुषों की बेटियों या पोतियों का कोई मूल्य है। जिंदगी एक जिंदगी है।'