लॉकडाउन के बीच देश में कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख से ज़्यादा हुए
देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर एक लाख के पार हो गई है। इसके साथ ही भारत दुनिया भर में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में 11वें स्थान पर आ गया है। भारत चीन से ऊपर तो कभी का निकल गया था, अब आशंका है कि ईरान से भी जल्दी ही आगे निकल जाएगा। ईरान में फ़िलहाल 1 लाख 22 हज़ार संक्रमण के मामले आए हैं।
भारत में इतनी संख्या तब बढ़ी है जब देश भर में लगातार लॉकडाउन रहा है। अब तक तीन बार लॉकडाउन को बढ़ाया गया है और फ़िलहाल लॉकडाउन 4.0 शुरू ही हुआ है। जिस दिन यानी 18 मई को लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत हुई उसी दिन संक्रमण के मामले 1 लाख के पार कर गए। हालाँकि इस संख्या की आधिकारिक जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने आज दी है।
देश में 30 जनवरी को कोरोना संक्रमण का पहला मामला आने के बाद 18 मई यानी सोमवार तक यह संख्या 101139 पहुँची। कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 3163 हो गई है। भारत में कोरोना मामलों की मृत्यु दर क़रीब 3.07% रही। दुनिया भर में जहाँ 48 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और क़रीब 3 लाख 20 हज़ार लोगों की मौतें हुई हैं वहीं दुनिया भर में मृत्यु दर क़रीब 6.57% है।
जब लॉकडाउन शुरू हुआ था तब संक्रमित लोगों की संख्या काफ़ी कम थी। 24 मार्च को जब पहले लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तब सिर्फ़ 564 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले थे। अब यह बढ़कर 1 लाख से अधिक हो गए हैं। यानी लॉकडाउन के 55 दिन में ही यह संख्या इतनी बढ़ गई।
- 25 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने के दिन क़रीब 650 मामले आए थे।
- पहले लॉकडाउन की समाप्ति पर 14 अप्रैल तक क़रीब 11 हज़ार पॉजिटिव केस हो गए।
- दूसरे लॉकडाउन की समाप्ति पर 3 मई तक क़रीब 42 हज़ार पॉजिटिव केस आ गए थे।
- तीसरे लॉकडाउन की समाप्ति पर 17 मई तक 95 हज़ार से ज़्यादा मामले आ गए थे।
- चौथे लॉकडाउन के पहले दिन 18 मई को यह 1 लाख पार कर गया।
बता दें कि लॉकडाउन शुरू होने से एक दिन पहले यानी 23 मार्च तक जहाँ 82 ज़िले में कोरोना संक्रमण के मामले आए थे वे अब 550 से ज़्यादा ज़िले हो गए हैं। शुरुआती दौर में कोरोना वायरस का संक्रमण शहरों तक ही सीमित था लेकिन अब यह गाँवों तक फैल गया है। लॉकडाउन 3.0 के शुरू होने से पहले क़रीब 370 ज़िले कोरोना से प्रभावित थे, लेकिन एक पखवाड़े में क़रीब 550 ज़िले तक यह पहुँच गया। अब इसमें वे ज़िले भी आ गए हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।
हालाँकि, गाँवों में कोरोना संक्रमण फैलने का बड़ा कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूरों के देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने-अपने राज्यों में लौटने को माना जा रहा है। जैसे-जैसे ये मज़दूर वापस लौटे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले ज़िलों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ गए। बिहार में अब सभी ज़िलों में संक्रमण फैल चुका है। तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली में भी सभी ज़िलों में संक्रमण फैल चुका है।
इस वायरस के तेज़ी से फैलने के बावजूद कंटेनमेंट ज़ोन और रेड ज़ोन को छोड़कर देश भर में लॉकडाउन में ढील भी दी गई है। बस और परिवहन के दूसरे साधन चलाने की छूट राज्य के अंदर होगी और एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच भी। पर इसके लिए राज्य सरकारों से अनुमति लेनी होगी। आर्थिक गतिविधियों के लिए भी ढील दी गई है। हालाँकि जिन जगहों में बड़ी संख्या में लोग पहुँच सकते हैं, उन्हें खोलने की अनुमति नहीं होगी। इस ढील से संक्रमण के तेज़ी से फैलने का ख़तरा रहेगा।