कोरोना: एक दिन में रिकॉर्ड 4187 मौतें; 4.01 लाख नये केस
देश में पहली बार एक दिन में 4 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मरीज़ों की मौतें हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी शुक्रवार के आँकड़े के अनुसार 24 घंटे में रिकॉर्ड 4187 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही आज लगातार तीसरे दिन कोरोना के 4 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं। 24 घंटे में 4 लाख 1 हज़ार 78 मामले दर्ज किए गए। इससे एक दिन पहले शुक्रवार को 4 लाख 14 हज़ार 188 संक्रमण के नये मामले सामने आए थे। यह एक दिन में अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। इससे एक दिन पहले एक दिन में देश में 4 लाख 12 हज़ार 262 पॉजिटिव केस आए थे। इससे पहले एक मई को 24 घंटे में 4.1 लाख केस आए थे।
ताज़ा आँकड़े के बाद देश में अब कुल संक्रमण के मामले 2 करोड़ 18 लाख 92 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं। अब तक 1 करोड़ 79 लाख 30 हज़ार से ज़्यादा कोरोना मरीज़ ठीक हो चुके हैं। देश में कुल मरने वालों की संख्या 2 लाख 38 हज़ार 270 हो चुकी है। अब कुल सक्रिए मामलों की संख्या 37 लाख 23 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।
देश में कोरोना कितनी तेज़ी से फैल रहा है इसका अंदाज़ा इससे भी लगाया जा सकता है कि मार्च में हर रोज़ 20 हज़ार से भी कम मामले आ रहे थे लेकिन अब हर रोज़ 4 लाख से ज़्यादा केस आ रहे हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली जैसे राज्यों में हालात बेद ख़राब हैं। कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए तमिलनाडु, कर्नाटक और मणिपुर जैसे राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
कोरोना के हालात पर काबू पाने के लिए तमिलनाडु में दो हफ़्ते के लिए संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। लॉकडाउन 10 मई से शुरू होगा। राज्य में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
तमिलनाडु के आसपास के राज्यों में भी हालात ख़राब हैं और कर्नाटक में तो एक दिन पहले ही दो हफ़्ते के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
तमिलनाडु में लॉकडाउन की घोषणा तब की गई है जब राज्य में हर रोज़ क़रीब 25 हज़ार संक्रमण के मामले आने लगे हैं। सक्रिय पॉजिटिव मामलों की संख्या भी 1 लाख 31 हज़ार से ज़्यादा हो गई है। एक दिन पहले ही राज्य में डीएमके की नयी सरकार बनी है और एम के स्टालिन मुख्यमंत्री बने हैं।
इधर कर्नाटक सरकार ने कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ने और रोज़ाना के नए मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के बीच राज्य में पूर्ण लॉकडाउन 24 मई तक लगाने का एलान किया है। इसके साथ ही सरकार ने चेतावनी दी है कि इसका उल्लंघन करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा। बी. एस. येदियुरप्पा सरकार ने शुक्रवार को लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि 10 मई के सुबह छह बजे से 25 मई के सुबह छह बजे तक लॉकडाउन रहेगा।
इस बीच कई राज्यों में अस्पताल बेड, दवाएँ और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी की ख़बरें आ रही हैं और इसको लेकर पहले से तैयारी नहीं होने पर अदालतें केंद्र सरकार की आलोचना भी कर रही हैं। मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भी केंद्र को झटका दिया है। दो मामलों में। एक तो अदालत ने केंद्र को कहा कि वह दिल्ली को हर रोज़ 700 मिट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन दे। और दूसरे कर्नाटक को ऑक्सीजन सप्लाई के हाई कोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ अपील में केंद्र सरकार केस हार गयी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाई कोर्ट ने बिल्कुल सही आदेश दिया है कि लोगों की जान बचाने के लिए हर रोज़ 1200 मिट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन दी जाए।
दिल्ली के मामले में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की। इसने राष्ट्रीय राजधानी को ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी पर दिल्ली सरकार द्वारा पेश तथ्य पर ग़ौर किया और चेतावनी दी कि यदि 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन हर रोज़ आपूर्ति नहीं की जाती है तो यह संबंधित अधिकारियों के ख़िलाफ़ आदेश पारित करेगा।