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बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय की सलाह- ईरान या इज़राइल की यात्रा न करें

बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय की सलाह- ईरान या इज़राइल की यात्रा न करें

इज़राइल और ईरान के बीच तनाव इतना बढ़ गया है कि किसी भी वक़्त दोनों देशों के बीच जंग छिड़ सकती है। जानिए, इसको लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या सलाह जारी की है।

भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि भारतीय अगली सूचना तक ईरान और इज़राइल की यात्रा न करें। केंद्र ने यह सलाह शुक्रवार को क्षेत्र में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर जारी की है। 

विदेश मंत्रालय की ओर से यह सलाह इस महीने सीरिया में ईरान के दूतावास पर संदिग्ध इज़राइली हवाई हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की ईरान की धमकी के बीच आई है। अमेरिका और रूस सहित कई देशों ने क्षेत्र में अपने कर्मचारियों और नागरिकों के लिए इसी तरह की यात्रा सलाह जारी की है। इसी बीच भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा भी सलाह जारी की गई है।

विदेश मंत्रालय यानी एमईए ने इस यात्रा परामर्श में वर्तमान में इन दोनों देशों में रह रहे लोगों से भारतीय दूतावासों से संपर्क करने और अपना पंजीकरण कराने का भी अनुरोध किया है।

सलाह में कहा गया है, 'उनसे यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी सुरक्षा के बारे में अत्यधिक सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को कम से कम तक सीमित रखें।'

यह तब हुआ है जब सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास में विस्फोट में ईरानी जनरलों की हत्या के बाद इज़राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है। बुधवार को इजराइल के विदेश मंत्री ने धमकी दी थी कि अगर इस्लामिक रिपब्लिक ने अपने क्षेत्र से इजराइल के खिलाफ हमला किया तो देश की सेना सीधे ईरान पर हमला करेगी।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इस बीच इज़राइल-हमास संघर्ष के फैलने के बाद देश के निर्माण क्षेत्र में श्रमिकों की कमी को पूरा करने में मदद करने के लिए अप्रैल और मई के दौरान 6,000 से अधिक भारतीय श्रमिकों के इज़राइल पहुंचने की संभावना है। सरकार स्तर पर समझौते के तहत भारत से लगभग 60 श्रमिकों को अप्रैल के पहले सप्ताह में "एयर शटल" के माध्यम से भेजा जा चुका है। 

इज़राइल का ग़ज़ा पर हमला

मध्य ग़ज़ा में भारी इजराइली गोलीबारी की सूचना मिली है। 61 वर्षीय मोहम्मद अल-रयेस ने एएफपी को बताया कि वह रात भर मध्य ग़ज़ा के नुसीरात में इजराइली हवाई हमलों और तोपखाने की गोलाबारी से भागते रहे। उन्होंने कहा, 'चारों तरफ़ आग और तबाही थी, जिसमें बहुत सारे शहीद सड़क पर पड़े थे।' एक अन्य निवासी, 40 वर्षीय लैला नासिर ने रात भर गोले और मिसाइलों की सूचना दी। ग़ज़ा में यह हमला तब हुआ है जब ईरान और इज़राइल के बीच जंग की आशंका जताई जा रही है। 

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