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कोरोना: ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध 7 जनवरी तक बढ़ा

कोरोना: ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध 7 जनवरी तक बढ़ा

ब्रिटेन से भारत लौटे लोगों में नये क़िस्म के कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध को 7 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। पहले 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक प्रतिबंध लगाया गया था।

ब्रिटेन से भारत लौटे लोगों में नये क़िस्म के कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध को 7 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। पहले 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन पिछले दो दिनों में नये क़िस्म के कोरोना के 20 मामले आने के बाद स्थिति बदली है।

एक दिन पहले मंगलवार को जब ब्रिटेन से लौटे 6 लोगों में नये क़िस्म के कोरोना की पुष्टि हुई थी तभी इसकी आशंका जताई गई थी कि ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध को आगे बढ़ाया जा सकता है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा था, 'मुझे लगता है कि अस्थायी निलंबन को मामूली आगे बढ़ाया जाएगा। मैं यह उम्मीद नहीं करता कि यह लंबा या अनिश्चित समय के लिए होगा। अगले एक या दो दिनों में हमें पता चलेगा कि क्या कोई अतिरिक्त क़दम उठाने की ज़रूरत है, या कब हम मौजूदा अस्थायी निलंबन को कम कर सकते हैं।'

इससे पहले देश में 21 दिसंबर को घोषणा की गई थी कि अस्थायी रूप से ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसकी घोषणा तब की गई थी जब ब्रिटेन के अधिकारियों ने कहा था कि उनके देश में नये क़िस्म का कोरोना 'बेकाबू' हो गया है। तब ब्रिटेन में नये सिरे से सख़्त लॉकडाउन लगाया गया था। 

इसके बाद अधिकतर यूरोपीय देशों ने ब्रिटेन की सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। यूरोप के अलावा दुनिया भर के कई देशों ने भी ऐसे ही फ़ैसले लिए। भारत ने भी ऐसा ही फ़ैसला लिया था। हालाँकि तब भारत में नये क़िस्म का कोरोना नहीं पाया गया था। 

देश में अब नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण के 20 मामले आए हैं। देश में जो नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं वह नये क़िस्म का कोरोना वही है जो ब्रिटेन में सबसे पहले सामने आया था। यह काफ़ी तेज़ी से फैलता है। अब संक्रमण में तेज़ी आने के डर से सरकार पिछले एक महीने में ब्रिटेन से लौटे क़रीब 33 हज़ार लोगों का पता लगाएगी।

दरअसल, ब्रिटेन से आए यात्रियों में नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण मिलने के बाद अजीब सा डर है और यह अधिकारियों में भी दिख रहा है। यह डर इसलिए कि नये क़िस्म का कोरोना 70 फ़ीसदी अधिक तेज़ी से फैलता है। तभी तो ताबड़तोड़ फ़ैसले लिए जा रहे हैं। नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए विशेष जाँच बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार की 10 प्रयोगशालाओं को जोड़ा गया है। विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की जाँच की जाएगी। ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध के समय को बढ़ाया जा सकता है। 

कुल मिलाकर अधिकारियों से लेकर सरकार तक को लगता है कि कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ने का डर है। यह तब है जब जनवरी में ही देश में टीकाकरण अभियान शुरू किए जाने की उम्मीद है।

 - Satya Hindi

अब अधिकारी कह रहे हैं कि विशेष जाँच विदेश से आए उन सभी यात्रियों की की जाएगी जो पिछले एक महीने में ब्रिटेन से आए हैं। यह इसलिए ज़रूरी है क्योंकि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के वैज्ञानिकों ने ही यह आशंका जताई थी कि ज़रूरी नहीं कि कुछ देशों में ही नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण हो, बल्कि कई देशों में यह फैल रहा हो सकता है। यानी जाँच किए जाने पर ही यह पता लगेगा कि नये क़िस्म का कोरोना फैला है या नहीं। 

ब्रिटेन में नये क़िस्म के कोरोना के मामले आने के बाद अब डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर तक पहुँच गया है। दक्षिण अफ्रीका में भी नये क़िस्म के संक्रमण के मामले आए हैं। इससे भारत में भी चिंताएँ बढ़ी हैं।

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