कोरोना के 2 हज़ार केस आए, एक दिन पहले से 66% ज़्यादा
कोरोना संक्रमण के मामले फिर से तेज़ी से बढ़े हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में 24 घंटे में कोरोना के 2,067 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में 40 मौतें हुई हैं।
एक दिन पहले मंगलवार को 1,247 कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे और 1 की मौत हुई थी। मंत्रालय के आँकड़ों से यह भी पता चला है कि अब कुल सक्रिय मामलों की संख्या 12,340 हो गई है।
कुछ राज्यों में कोरोना मामलों में वृद्धि के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और मिज़ोरम और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली सहित चार राज्यों को निर्देश दिया है कि वे विशेष रूप से कोविड प्रोटोकॉल को लागू करें। खासकर भीड़भाड़ वाले इलाक़ों में मास्क पहनने पर जोर देने को कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कोरोना के प्रति आगाह किया और उन्हें सख़्त निगरानी बनाए रखने और संक्रमण के किसी भी उभरते प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पहले से ही कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
दिल्ली में भी होगी सख्ती?
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी डीडीएमए बुधवार को मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगा। माना जा रहा है कि इसमें कोरोना प्रोटोकॉल को लागू करने पर फ़ैसला लिया जा सकता है और सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना लगाए जाने का निर्णय लिए जाने की संभावना है।
दिल्ली के आसपास नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। हरियाणा सरकार ने सोमवार को गुरुग्राम, फरीदाबाद और दो अन्य ज़िलों में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया।
यूपी की राजधानी लखनऊ और दिल्ली से सटे व एनसीआर में आने वाले यूपी के 6 ज़िलों में भी सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना ज़रूरी कर दिया गया है। कोरोना की स्थिति में सुधार को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ही फेस मास्क पहनने में छूट दी थी। कोविड के मामलों में वृद्धि का असर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर के अंतर्गत आने वाले जिलों पर पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और राजधानी लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है।
क्या नयी लहर आने की आशंका?
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का मानना है कि भारत में कोविड -19 की चौथी लहर की संभावना कम है। अग्रवाल का गणितीय मॉडल पिछले दो वर्षों में देश में महामारी गतिविधि और व्यवहार को समझने के लिए एक संदर्भ बिंदु रहा है। उन्होंने रविवार को टीओआई से कहा, 'कोविड -19 मामलों में अब तक की वृद्धि चौथी लहर का निर्माण नहीं कर रही है।' दिल्ली और एनसीआर में यूपी के गौतमबुद्धनगर और जिलों सहित कई राज्यों में कोरोना मामलों में वृद्धि के कारण को लेकर उन्होंने कहा, 'मामलों में वर्तमान वृद्धि प्रतिबंध हटाने का परिणाम प्रतीत होती है। ऐसा लगता है कि यह जीवन के सामान्य स्थिति में लौटने का परिणाम है।' उन्होंने यह भी कहा है कि मौजूदा समय में क़रीब 90 फ़ीसदी लोगों में एंटी-बॉडी बनी हुई है।