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75वाँ स्वतंत्रता दिवस: लाल क़िले पर प्रधानमंत्री ने फहराया तिरंगा

75वाँ स्वतंत्रता दिवस: लाल क़िले पर प्रधानमंत्री ने फहराया तिरंगा

देश आज 75वाँ स्‍वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल क़िले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। लाल क़िले पर ओलंपिक में हीरो रहे एथलीटों को ख़ास तौर से आमंत्रित किया गया।

देश आज 75वाँ स्‍वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल क़िले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। लाल क़िले पर ओलंपिक में हीरो रहे एथलीटों को ख़ास तौर से आमंत्रित किया गया। इस बार यह पहली बार समारोह स्थल पर ऊपर से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। लाल क़िले पर ओलंपिक में हीरो रहे एथलीटों को ख़ास तौर से आमंत्रित किया गया है। दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 

लाल क़िले पर प्रधानमंत्री के आगमन पर उनकी अगवानी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने की। प्रधानमंत्री के आगमन पर उनको 'गार्ड ऑफ़ ऑनर' दिया गया।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपने 75वें स्वतंत्रता दिवस को 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मना रहा है, जिसके तहत देश भर में कई कार्यक्रम किए गए हैं। 

समारोह में ओलंपिक के 32 विजेता खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया। टोक्यो ओलंपिक में एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक सहित कुल सात पदक जीतकर भारत ने इस बार ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

भाला फेंक स्पर्धा में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक जिताने वाले खिलाड़ी और सेना में सूबेदार नीरज चोपड़ा इन खिलाड़ियों में शामिल रहे।

क़रीब 240 ओलंपियन, सहयोगी स्टाफ और भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई तथा खेल महासंघ के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है और कहा है कि आज़ादी का यह अमृत महोत्सव लोगों में नयी ऊर्जा का संचार करेगा।

महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धाओं को लाल क़िले की प्राचीर पर आमंत्रित किया गया। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना योद्धाओं का खास तौर पर ज़िक्र किया। उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। 

स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा निगरानी की जा रही है। दिल्ली की सीमाओं पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बता दें कि इन सीमाओं पर हज़ारों किसान पिछले कई महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे केंद्र के तीन नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठा रहे हैं और उन क़ानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। 

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