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ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 9 स्थान फिसला, 102 पर पहुँचा

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 9 स्थान फिसला, 102 पर पहुँचा

देश की आर्थिक बदहाल की बात तो केंद्र सरकार स्वीकार नहीं कर रही है, पर अब ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत का स्थान 5 साल में बहुत नीचे खिसका है।  

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 102वें स्थान पर है। इस सूची में कुल 117 देश हैं। इस सूची में भारत 4 साल पहले यानी 2015 में 93वें स्थान पर था। पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देश इस सूची में भारत से आगे निकल गए हैं। पाकिस्तान 94वें, नेपाल 73वें और बांग्लादेश 88वें स्थान पर हैं। 

इस सूची में शामिल देशों में भूख और कुपोषण की स्थिति पर नज़र रखी जाती है और उसी आधार पर रैंकिंग की जाती हैं। 

ग्बोल हंगर इंडेक्स यानी जीएचआई में कुल स्कोर 100 होता है। इसमें शून्य सबसे अच्छा और 100 सबसे बुरा स्कोर होता है। भारत का स्कोर 30.3 है, जो काफ़ी बुरा और गंभीर माना जाता है। 

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत से बेहतर स्थिति पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश की है। पाकिस्तान 94वें, बांग्लादेश 88वें और नेपाल 73वें स्थान पर है।

इस इंडेक्स को तैयार करने में किसी देश की चार बातों का ख़्याल रखा जाता है। कुपोषण का शिकार बच्चे, 5 साल से कम उम्र के बच्चे जिनका वजन उस उम्र के बच्चों के औसत वजन से कम हो, 5 साल से कम उम्र के बच्चे जिनकी ऊंचाई उस उम्र के बच्चों की औसत ऊंचाई से कम हो और 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर। 

केंद्र सरकार ने बच्चों और गर्भवती महिलाओं से जुड़ी कई योजनाओं का एलान समय-समय पर किया है। सरकार ने यह दावा भी कई बार किया है कि गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों का विशेष ख्याल रखा गया है। कुपोषण के शिकार बच्चों पर ध्यान देने और गरीबी रेखा से नीचे के बच्चों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देने का दावा सरकार ने कई बार किया है। इसके बावजूद हंगर इंडेक्स की सूची में भारत की स्थिति चिंताजनक है। यह सरकार के दावों पर भी सवाल खड़े करता है। 

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