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पाकिस्तान: मार्च में शामिल होंगे इमरान, समर्थकों का हुजूम पहुंचा रावलपिंडी

पाकिस्तान: मार्च में शामिल होंगे इमरान, समर्थकों का हुजूम पहुंचा रावलपिंडी

इमरान खान पर 3 नवंबर को लाहौर से इस्लामाबाद तक निकाले जा रहे हकीकी आजादी मार्च के दौरान वजीराबाद में हमला हुआ था। इमरान ने हमले के लिए वज़ीर-ए-आज़म शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के महानिदेशक मेजर जनरल फैसल नसीर को जिम्मेदार ठहराया था। 

पाकिस्तान के पूर्व वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान शनिवार को अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानी पीटीआई की ओर से निकाले जा रहे हकीकी आजादी मार्च में शामिल होंगे। इमरान खान ने लोगों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस आजादी मार्च में शामिल हों। इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान की शहबाज शरीफ हुकूमत के लिए उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी होगा।

बड़ी संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ताओं का हुजूम रावलपिंडी पहुंच चुका है। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान से कहा है कि वह मार्च स्थगित कर दें और पाकिस्तान की संसद में आकर बातचीत करें क्योंकि इस तरह की खुफिया रिपोर्ट है कि मार्च के दौरान उन पर आतंकी हमला हो सकता है।

इमरान खान पर 3 नवंबर को लाहौर से इस्लामाबाद तक निकाले जा रहे हकीकी आजादी मार्च के दौरान वजीराबाद में हमला हुआ था। इमरान ने हमले के लिए वज़ीर-ए-आज़म शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के महानिदेशक मेजर जनरल फैसल नसीर को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि मेजर जनरल फैसल नसीर इस मुल्क़ को तबाही की ओर ले जा रहे हैं। 

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इस्लामाबाद में धारा 144 लागू 

उधर, इस्लामाबाद में मार्च को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं और पीटीआई की ओर से परेड ग्राउंड को हेलीपैड के तौर पर इस्तेमाल करने की मांग को भी खारिज कर दिया है। रावलपिंडी के इलाके फैजाबाद में भी जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं। इस्लामाबाद में 2 महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। रावलपिंडी इस्लामाबाद से 15-16 किलोमीटर दूर है इसलिए बहुत जल्द इमरान का काफिला इस्लामाबाद पहुंच सकता है। इमरान खान की मांग है कि पाकिस्तान के भीतर जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं। 

आसिम मुनीर की तैनाती 

पाकिस्तान में बन नए आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर की तैनाती को लेकर भी राजनीतिक माहौल गर्म है। क्योंकि आसिम मुनीर जब इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के चीफ थे तो इमरान ने वज़ीर-ए-आज़म रहते हुए उन्हें हटा दिया था और उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद को आईएसआई का चीफ नियुक्त किया था। 

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इमरान खान इस साल अप्रैल में अपनी हुकूमत के गिरने के बाद से ही आर्मी पर जोरदार ढंग से हमलावर हैं। वह पाकिस्तान में बेहद ताकतवर आर्मी से सीधी लड़ाई छेड़ चुके हैं। आने वाले दिनों में पाकिस्तान में पीटीआई के कार्यकर्ताओं का हुकूमत के साथ ही आर्मी और आईएसआई के साथ भी टकराव बढ़ सकता है। 

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पीटीआई का जोरदार प्रदर्शन 

इमरान खान पर हमले के बाद पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने मुल्क में जोरदार प्रदर्शन किए हैं। कराची, फैसलाबाद, रावलपिंडी, क्वेटा, लाहौर सहित कई बड़े शहरों में पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर मौजूदा हुकूमत के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की है। पीटीआई की मांग है कि मुल्क में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए। 

इमरान खान ने हमले के लिए वज़ीर-ए-आज़म शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के महानिदेशक मेजर जनरल फैसल नसीर का नाम लेकर जाहिर कर दिया है कि वह चुनाव का एलान नहीं होने तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। 

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