+
ईशनिंदा के क़ानून के तहत इमरान व कई नेताओं पर केस दर्ज!

ईशनिंदा के क़ानून के तहत इमरान व कई नेताओं पर केस दर्ज!

हुकूमत से हटने के बाद से ही इमरान खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पीटीआई के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुक़दमे दर्ज हो रहे हैं। इमरान इन मुश्किलों से कैसे निपटेंगे?

पाकिस्तान में हुए बड़े घटनाक्रम में पूर्व वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के 150 नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मुकदमा बीते हफ्ते मस्जिद-ए-नबवी में हुई घटना के मामले में दर्ज किया गया है। यह मुकदमा ईशनिंदा के क़ानूनों के अंतर्गत दर्ज किया गया है। हालांकि पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नसीर तरार ने कहा है कि ईशनिंदा कानून के तहत कोई भी मुकदमा पीटीआई के नेताओं के खिलाफ दर्ज नहीं किया गया है। 

बता दें कि पाकिस्तान में कई जगहों पर पीटीआई के नेताओं के खिलाफ मुक़दमे दर्ज किए गए हैं। 

तरार ने कहा कि यह मुक़दमे धार्मिक स्थलों पर हुड़दंग करने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं के अंतर्गत दर्ज किए गए हैं और यह धाराएं सभी धार्मिक स्थलों के लिए लागू होती हैं। 

क्या हुआ था?

बता दें कि पिछले हफ्ते जब पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ मस्जिद-ए-नबवी में गए थे तो वहां उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। 

पीटीआई के नेताओं ने इसे आवाम का रिएक्शन बताया था जबकि हुकूमत ने दावा किया था कि इसके पीछे पीटीआई के नेताओं की कोई साजिश है। 

पाकिस्तान में किसी सियासी जमात के बड़े नेताओं के खिलाफ ईशनिंदा के क़ानूनों के तहत मुकदमा दर्ज होने का यह पहला मामला है।

पूर्व गृह मंत्री का भतीजा गिरफ्तार

इस मामले में पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री शेख राशिद अहमद के भतीजे शेख राशिद शफीक़ को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

ईशनिंदा के आरोपों के तहत यह मुक़दमा फैसलाबाद के रहने वाले मोहम्मद नईम की शिकायत पर दर्ज किया गया है। इस शिकायत में इमरान खान के अलावा उनकी हुकूमत में वज़ीर रहे फवाद चौधरी, शहबाज़ गिल, कासिम सूरी, साहिबजादा जहांगीर, अनील मुसर्रत, पूर्व गृह मंत्री शेख राशिद अहमद और उनके भतीजे शेख राशिद शफीक का नाम भी शामिल है। 

यह एफआईआर पाकिस्तान पीनल कोड के सेक्शन 295, 295 ए के तहत दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि मस्जिद-ए-नबवी के घटनाक्रम का पूरा वाकया पूरी तरह पूर्व नियोजित था और यह एक साजिश की तरह था।

हाई कोर्ट पहुंची पीटीआई 

पीटीआई ने इस मामले में इस्लामाबाद हाई कोर्ट का रुख किया है और अदालत से राहत देने की मांग की है। फवाद चौधरी ने कहा कि पीटीआई के नेताओं के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर पूरी तरह अवैध है। पीटीआई के वकीलों ने कहा है कि एफआईआर को दर्ज करने में किसी तरह की कानूनी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है।

इस्लामाबाद में भी एफआईआर

इमरान खान और शेख राशिद के खिलाफ इस्लामाबाद में भी एक और एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में शिकायतकर्ता ने कहा है कि पीटीआई के नेता लोगों को वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ के खिलाफ गलत व्यवहार करने के लिए उकसा रहे हैं।

गर्म है सियासी माहौल  

इमरान खान के हुकूमत से हटने के बाद से ही पाकिस्तान का सियासी माहौल बेहद गर्म है और पीटीआई पूरे मुल्क में बड़े-बड़े जलसे कर रही है जिनमें जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग की गई है। बीते दिनों में पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए हैं और इससे मुल्क़ के अंदर सियासी पारा चरम पर है।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें