इमरान ने यूएन में कहा, कर्फ़्यू हटते ही कश्मीर में होगा ख़ून खराबा
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को धमकी दी कि वहाँ 80 लाख लोग कर्फ्यू में हैं, अपने घरों में बंद हैं। कर्फ्यू होते ही वे बाहर सड़कों पर आकर ज़बरदस्त हिंसा करेंगे और भयंकर ख़ून खराबा होगा, जिसे संभालना भारत सरकार के लिए मुश्किल होगा।
ख़ान ने यह भी कहा कि इसके बाद कश्मीर के युवा एक बार फिर रेडिकलाइज़्ड होंगे, वे फिर हिंसा करेंगे और फिर पुलवामा जैसा कोई कांड होगा। इसके बाद भारत फिर पाकिस्तान पर दोष लगाएगा और उसे ज़िम्मेदार ठहराएगा।
मुसलमान कब तक चुप रहेंगे?
इमरान ख़ान ने घनघोर सांप्रदायिक बात करते हुए कहा कि भारत के मुसलमान यह सब देख रहे हैं, वे कब तक देखते रहेंगे। वे इस पर प्रतिक्रिया जताएँगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के 1.2 अरब मुसलमान जब यह देखेंगे कि भारत के कश्मीर में मुसलमानों के साथ अत्याचार हो रहा है तो वे गुस्से में बाहर निकलेंगे, सड़कों पर आएँगे, हिंसा करेंगे।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया के मुसलमान इससे जब गुस्सा में आएँगे तो उनमें से कुछ मुसलमान रेडकलाइज्ड होंगे, वे हथियार उठा लेंगे और भारत के ख़िलाफ ज़बरदस्त हमले करेंगे। इस तरह मुसलमानों का रेडिकलाइजेशन इसलाम की वजह से नहीं होगा, उन पर अत्याचार होने की वजह से होगा।
भारत पर आरोप
इमरान ख़ान ने भारत पर पाकिस्तान में आतकंवाद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बलोचिस्तान में भारत सक्रिय है और वहाँ गड़बड़ियाँ कर रहा है। भारत के जासूस कुलभूषण जादव को गिरफ़्तार किया गया है और उन्होंने यह माना है कि वे लाहौर में विस्फोट करने गए थे।इमरान ने अनुच्छेद 370 में हुए बदलाव पर भारत पर हमला करते हुए कहा कि भारत ने अपने ही संविधान का उल्लंघन करते हुए कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को ख़त्म कर दिया। मोदी सरकार ने 80 लाख कश्मीरियों को कर्फ़्यू के तहत क़ैद कर रखा है।