कोरोना है या नहीं? 250 रुपए ख़र्च कर घर में ख़ुद से ही जाँच करें
अब घर पर ख़ुद से ही जाँच सकते हैं कि आपको कोरोना संक्रमण है या नहीं। भारत में पहली बार कोरोना की घर पर ही जाँच करने वाली टेस्ट किट तैयार की गई है। इसको इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने मंजूरी दे दी है। आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार, जिनमें कोरोना के लक्षण हैं या जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए हैं वे ख़ुद से जाँच किट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस टेस्ट किट को माईलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने विकसित किया है। इसने गुरुवार को इसकी घोषणा की थी। टेस्ट किट का नाम कोविसेल्फ रखा गया है और इसकी क़ीमत 250 रुपये तय की गई है। इसको ख़रीदने के लिए किसी मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन की भी ज़रूरत नहीं होगी।
इसको इस्तेमाल करना भी काफ़ी आसान है। कहीं नमूने भेजने की ज़रूरत नहीं होगी। टेस्ट किट ख़रीदने के बाद अपने मोबाइल पर एक ऐप डाउनलोड करना होगा। आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि टेस्ट किट से जाँच के बाद तसवीर को मोबाइल ऐप पर अपलोड करना होगा और इसके साथ ही परिणाम आ जाएगा। यह जाँच किट जल्द ही बाज़ार में उपलब्ध होगी।
माईलैब के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल ने कहा कि प्रत्येक किट में जाँच की सभी सामग्री, उपयोग के लिए निर्देश पत्रक, और जाँच सामग्री को सुरक्षित रूप से निपटाने के लिए एक बायोहाज़र्ड बैग दिया जाएगा। जाँच के लिए नाक के स्वाब का इस्तेमाल किया जाएगा। यह कोविसेल्फ किट 15 मिनट में परिणाम दे देगा।
बता दें कि माईलैब फ़िलहाल एक हफ़्ते में 70 लाख टेस्ट किट का निर्माण कर सकता है और 14 दिन के अंदर में इसे बढ़ाकर 1 करोड़ प्रति हफ़्ते निर्माण करने की योजना है।
Today, Mylab has taken an important and essential step to help India and the world fight the worst pandemic in the history of mankind. A step that will empower every Indian to fight this pandemic. We feel humbled to give India - its first Self-use Covid-19 test kit - CoviSelf. pic.twitter.com/5Y9VxEIEEV
— Mylab Discovery Solutions (@MylabSolutions) May 20, 2021
देश में फ़िलहाल दो तरीक़े से कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। एक है एंटीजन टेस्ट जो तुरत ही परिणाम बता देता है और दूसरा है आरटी पीसीआर टेस्ट। देश में पहली बार आरटी पीसीआर टेस्ट को माईलैब कंपनी ने ही विकसित किया था।
आईसीएमआर के डॉ. भार्गव ने कहा कि भारत में महामारी नियंत्रण के लिए कोरोना जाँच को बढ़ावा देने को केंद्र में रखा गया है। उन्होंने कहा कि पॉजिटिविटी रेट को 5 प्रतिशत से कम करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 'शहरों, कस्बों और गांवों में कई आरएटी यानी रैपिड एंटीजन टेस्टिंग बूथ स्थापित किए जाने चाहिए। हमारे पास महीने के अंत तक 25 लाख जाँच और अगले महीने तक 45 लाख जाँच करने का लक्ष्य है।'
फ़िलहाल देश में हर रोज़ क़रीब 20 लाख जाँच की जा रही है। बुधवार को देश भर में क़रीब 20 लाख टेस्ट किए गए थे। अब तक कुल मिलाकर क़रीब 32 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं।
बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तीन लाख से नीचे रहे लेकिन मौतों का आंकड़ा बढ़ गया। बुधवार को संक्रमण का आंकड़ा 2,76,110 था और 3,874 लोगों की मौत हुई थी जबकि बीते 24 घंटों में संक्रमण के 2,59,551 नए मामले सामने आए और 4,209 लोगों की मौत हुई है।
बीते 24 घंटों में 3,57,295 ठीक हुए हैं। भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 30,27,925 है जबकि अब तक 2,91,331 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है।
तमिलनाडु में संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए और यह आंकड़ा 35,579 रहा। इसके बाद केरल में 30,491, महाराष्ट्र में 29,911, कर्नाटक में 28,869 और आंध्र प्रदेश में 22,610 मामने सामने आए। देश भर के कुल मामलों में से 56.81% मामले इन पांच राज्यों से सामने आए हैं।