सर्जिकल स्ट्राइक 2 : सूत्रों का दावा, 300 आतंकवादी ढेर
भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक 2 कर पुलवामा हमले में जवानों की शहादत का बदला ले लिया है। भारत ने अपने मिराज -2000 से सीमा पार बालाकोट में तीन जगहों पर बमबारी की। इस ऑपरेशन में 12 मिराज़ बम वर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया, इन विमानों ने क़रीब 1,000 किलोग्राम बम इन ठिकानों पर गिराए हैं। पाकिस्तानी सेना ने भी इस हमले की पुष्टि कर दी है। पाकिस्तान ने हालाँकि इसका खंडन किया है कि हमले में कोई मारा गया, लेकिन भारत सरकार के सूत्रों ने दावा किया कि हमले में जैश के 300 से ज़्यादा आतंकवादी और उनके क़रीब 25 ट्रेनर मारे गये। इस हमले में शिविर के कमांडर यूसुफ़ अज़हर उर्फ़ उस्ताद गौरी के मारे जाने की भी ख़बर है। यूसुफ़ जैश-ए मुहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई था। ख़बर यह भी है कि मसूद अज़हर का एक बड़ा भाई भी इस हमले में मारा गया। सूत्रों का कहना है कि बालाकोट में जैश का एक बहुत बड़ा शिविर चल रहा था।
इससे पहले 2016 में भी भारतीय सेना ने तब सर्जिकल स्ट्राइक की थी जब उरी में सैनिक कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया था और इसमें 38 जवान शहीद हो गये थे। सर्जिकल स्ट्राइक 2 भी पुलवामा में सेना के काफ़िले पर आतंकी हमले के बाद की गयी है। पुलवामा हमले में कम से कम 40 जवान शहीद हुए थे।
बालाकोट पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तून ख़्वा प्रांत में है। यह इलाक़ा नियंत्रण रेखा से 80 किलोमीटर दूर है। इस मायने में यह सर्जिकल स्ट्राइक बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान में इतने भीतर तक घुस कर आतंको ठिकानों को तहस-नहस कर दिया और भारत के सारे विमान सुरक्षित अपनी सीमा में वापस लौट आये। ज़ाहिर है कि यह सर्जिकल स्ट्राइक भारतीय वायुसेना की बहुत बड़ी रणनीतिक सफलता है, जिसकी योजना बहुत चतुराई से और बहुत सोच-विचार कर बनायी गयी थी। पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों में तनाव बहुत बढ़ गया था और पाकिस्तान को पूरी आशंका थी कि भारत फिर कोई सर्जिकल स्ट्राइक या मिनी-युद्ध जैसी कोई कार्रवाई कर सकता है। याद रहे कि उरी के आतंकी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसलिए इस बार पाकिस्तान में बड़ी सावधानी बरती जा रही थी, उनकी ओर से दावे किये जा रहे थे कि उनकी सेनाएँ हर पल पूरी तरह चौकस हैं। तो पाकिस्तानी सेना की इतनी चौकसी के बावजूद भारतीय वायुसेना ने जिस कौशल के साथ यह सर्जिकल स्ट्राइक की, उससे यह साफ़ है कि पाकिस्तानी सेना को भनक तक नहीं लगी कि कब भारतीय वायुसेना के विमान बालाकोट तक पहुँच गये और बम बरसा कर वापस भी लौट गये। हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। राजनीतिक हलचल भी तेज़ हो गयी है। दोनों देशों के बीच तेज़ी से बदलते हालात के बीच सुरक्षा बलों को एलर्ट कर दिया गया है। नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हवाई सुरक्षा तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों पर बनी कैबिनेट कमेटी की बैठक ली और हवाई हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी बालाकोट में भारतीय हमले के बाद इमर्जेंसी बैठक बुलायी।
रात पौने चार बजे हुयी सर्जिकल स्ट्राइक
भारत ने सीमा पार यह सर्जिकल स्ट्राइक 2 भी सर्जिकल स्ट्राइक 1 की तर्ज़ पर रात में ही की। इस बार अंदर तीन जगहों पर बमबारी की। इसमें 19 मिनट लगे और निशाने पर आतंकवादी सगठन के ठिकाने थे।
- पहला हमला: 3.45 से 3.53 के बीच
- दूसरा हमला: 3.48 से 3.55 के बीच
- तीसरा हमला: 3.58 से 4.04 के बीच
सरकारी सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हमले में बड़ी तादाद में आतंकी मारे गये हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हमले में मुफ्ती अज़हर ख़ान कश्मीरी और मसूद अज़हर का बड़ा भाई इब्राहिम अज़हर भी मारे गये हैं।
Key Jaish e Mohammed terrorists targeted in today’s air strikes: Mufti Azhar Khan Kashmiri, head of Kashmir operations(pic 1) and Ibrahim Azhar(pic 2), the elder brother of Masood Azhar who was also involved in the IC-814 hijacking pic.twitter.com/IUv1njNygA
— ANI (@ANI) February 26, 2019
ज़्यादातर लोगों को इस सर्जिकल स्ट्राइक की ख़बर पाकिस्तानी सेना के ट्वीट से ही लगी। सुबह-सुबह ही पाकिस्तान के इंटर सर्विसेस पीआर के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायु सेना के विमान मुज़फ़्फ़राबाद के पास पाक अधिकृत कश्मीर में अंदर घुस आये, लेकिन पाकिस्तानी वायु सेना ने इसका तुरन्त जवाब दिया, जिसकी वजह से भारतीय विमान जल्दबाज़ी में बालाकोट के पास अपना 'पेलोड' गिरा कर भाग गये। न तो कोई नुक़सान हुआ और न ही कोई मारा गया।
Indian aircrafts intruded from Muzafarabad sector. Facing timely and effective response from Pakistan Air Force released payload in haste while escaping which fell near Balakot. No casualties or damage.
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) February 26, 2019
रात में ही हुयी थी सर्जिकल स्ट्राइक-1
इससे पहले 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक-1 में भारतीय सेना ने रात 12.30 बजे से 2.30 बजे तक यह ऑपरेशन चलाया था। भारतीय सेना के कमांडो ने आतंकवादियों के 7 लॉन्च पैड को अपना निशाना बनाया था। तब बड़े पैमाने पर आतंकवादी ठिकाने तबाह किये गये थे।