भारत में कब-कब हुए हवाई हादसे?
भारतीय वायु सेना के अति सुरक्षित समझे जाने वाले हेलीकॉप्टर के बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से सेना के लोग ही नहीं, पूरा देश सदमे में है।
लेकिन इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं और उनमें कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
संजय गांधी
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और कांग्रेस में बहुत तेज़ी से उभर रहे नेता संजय गांधी का विमान 23 जून, 1980 को दिल्ली में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। संजय गांधी पायलट थे, विमान के शौकीन थे और हादसे के वक़्त वे अपना विमान खुद उड़ा रहे थे।
माधवराव सिंधिया
कांग्रेस के बड़े नेता माधवराव सिंधिया का विमान सितंबर 2001 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब वे कानपुर जा रहे थे।
सिंधिया का विमान उत्तरप्रदेश के मैनपुरी ज़िले की भोगांव तहसील के समीप मोता में क्रैश कर गया था। उस विमान में सिंधिया के साथ छह दूसरे लोग सवार थे।
जिंदल ग्रुप के 10 सीटों वाले एक चार्टर्ड विमान सेस्ना सी 90 ने नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। आगरा से 85 किलोमीटर दूर यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इसमें सवार सभी लोग मारे गए थे।
वाइ. एस. राजशेखर रेड्डी
आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाइ. एस. राजशेखर रेड्डी और दूसरे चार लोगों को लेकर उड़ा हेलीकॉप्टर नल्लामाला वन क्षेत्र में लापता हो गया था। सेना की मदद से इस हेलिकॉप्टर की खोज की गई। तीन सितंबर को हेलिकॉप्टर का मलबा कुरनूल से 74 किमी दूर रूद्रकोंडा पहाड़ी के शिखर पर पाया गया था। इस पर सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गई थी।
दोरजी खांडू
अरुणाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दोरजी खांडू का हेलिकॉप्टर अप्रैल 2011 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उस हादसे में उनकी मौत हो गई थी।
खांडू चार सीटों वाले एक इंजन के पवन हंस हेलिकॉप्टर एएस-बी350-बी3 में सवार थे।
उनका हेलिकॉप्टर तवांग से उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही लापता हो गया और चार दिनों तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। पाँचवें दिन खोजी दल को दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा मिला और उसमें सवार पाँचों लोगों के शव भी मिले।
जी. एम. सी. बालयोगी
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी की मृत्यु मार्च 2002 में हो गई, जब आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी ज़िले में बेल 206 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बेल 206 एक निजी हेलिकॉप्टर था जिसमें बालयोगी, उनके अंगरक्षक और एक सहायक सवार थे। हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण उसमें आई तकनीकी खामी को बताया गया था।
ओ.पी. जिंदल
जाने माने इस्पात व्यवसायी और राजनेता ओ.पी. जिंदल अप्रैल 2005 में एक हवाई हादसे में मारे गए थे। इस हादसे में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल के पुत्र सुरिंदर सिंह और पायलट की भी मौत हो गई थी। यह हेलिकॉप्टर हादसा तब हुआ जब वह चंडीगढ़ से दिल्ली लौट रहा था।
जिंदल उस समय हरियाणा के ऊर्जा मंत्री थे और देश के अग्रणी उद्योगपतियों में उनकी गिनती होती थी।
मोहन कुमारमंगलम
पूर्व लौह और इस्पात और खान मंत्री मोहन कुमारमंगलम का निधन मई 1973 में एक विमान हादसे में ही हुआ था।