मैं न छोटा सोच सकता हूं, न मैं मामूली सपने देखता हूंः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम से द्वारका एक्सप्रेसवे समेत 16 राज्यों के विभिन्न प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार के विजन को बताया साथ ही पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर जमकर हमला किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में हो रहे लाखों करोड़ रुपये के इन विकास कार्यों से सबसे ज्यादा दिक्कत सिर्फ कांग्रेस और उसके घमंडिया गठबंधन को है। उनकी नींद हराम हो गई है। इसलिए वो लोग कह रहे हैं कि मोदी चुनाव के कारण लाखों करोड़ रुपये के काम कर रहा है।
10 वर्षों में देश इतना बदल गया, लेकिन कांग्रेस और उसके दोस्तों का चश्मा नहीं बदला। इनके चश्में का नंबर आज भी वही है।
देश में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण का काम हो रहा है। ये निर्माण कार्य भारत को तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत भी बनाएगा।
गुरुग्राम आए पीएम मोदी ने कहा कि, मैं न छोटा सोच सकता हूं, न मैं मामूली सपने देखता हूं और न ही मैं मामूली संकल्प करता हूं। मुझे जो चाहिए... विराट चाहिए, विशाल चाहिए और तेज गति से चाहिए क्योंकि 2047 में मुझे देश को 'विकसित भारत' के रूप में देखना है।
उन्होंने कहा कि आज जहां द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ है, एक समय था, जब शाम ढलने के बाद लोग इधर आने से बचते थे। टैक्सी ड्राइवर भी मना कर देते थे कि इधर नहीं आना है। इस पूरे इलाके को असुरक्षित समझा जाता था।
लेकिन आज कई बड़ी कंपनियां यहां आकर अपने प्रोजेक्ट लगा रही हैं। ये इलाका एनसीआर के सबसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों में शामिल हो रहा है।
2024 के अभी तीन महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, और इतने कम समय में 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण हो चुका है।
ये सिर्फ वो प्रोजेक्ट्स हैं, जिसमें मैं खुद शामिल हुआ हूं। इसके अलावा मेरे मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने भी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया है।
पहले की सरकारें छोटी सी कोई योजना बनाकर, छोटा सा कोई कार्यक्रम करके उसकी डुगडुगी पांच साल तक पीटते रहते थे। वहीं भाजपा सरकार जिस रफ्तार से काम कर रही है, उसमें शिलान्यास व लोकार्पण के लिए समय और दिन कम पड़ रहे हैं।
अब 3 करोड़ लखपति दीदी के आंकड़े को पार करना है
पीएम मोदी ने कहा कि, बीते 10 वर्षों में जिस तरह भारत में महिला स्वयं सहायता समूहों का विस्तार हुआ है, वो अपने आप में अध्ययन का विषय है। इन महिला स्वयं सहायता समूहों ने भारत में नारी सशक्तिकरण का नया इतिहास रच दिया है।मोदी की संवेदनाएं और योजनाएं जमीन से जुड़े जीवन के अनुभवों से निकली हैं। बचपन में जो अपने घर में, अपने आस-पड़ोस में देखा, फिर देश के गांव-गांव में अनेक परिवारों के साथ रहकर जो अनुभव किया, वही आज मोदी की संवेदनाओं और योजनाओं में झलकता है।
इसलिए ये योजनाएं मेरी माताओं-बहनों-बेटियों के जीवन को आसान बनाती हैं, उनकी मुश्किलें कम करती हैं। मैं आज देश की हर महिला, हर बहन, हर बेटी को ये बताना चाहता हूं।जब-जब मैंने लाल किले से आपके सशक्तिकरण की बात की, दुर्भाग्य से कांग्रेस जैसे राजनीतिक दलों ने मेरा मजाक उड़ाया, मेरा अपमान किया।
मेरा अनुभव यह है कि हमारी माताओं-बहनों को अगर थोड़ा अवसर, थोड़ा सहारा मिल जाए, तो फिर उनको सहारे की जरूरत नहीं रहती है, वे खुद लोगों का सहारा बन जाती हैं। कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो नारी शक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है।
लेकिन दुर्भाग्य से देश में पहले जो सरकारें रही, उनके लिए आप सभी महिलाओं का जीवन, आपकी मुश्किलें कभी प्राथमिकता नहीं रही और आपको आपके नसीब पर छोड़ दिया गया था।
कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो नारीशक्ति की गरिमा बढ़ाते हुए, उनके लिए नए अवसर बनाते हुए ही आगे बढ़ सकता है। लेकिन दुर्भाग्य से देश में पहले जो सरकारें रही, उनके लिए आप सभी महिलाओं का जीवन, आपकी मुश्किलें कभी प्राथमिकता नहीं रही और आपको आपके नसीब पर छोड़ दिया गया था।
मैंने ये फैसला लिया कि हमें अब 3 करोड़ लखपति दीदी के आंकड़े को पार करना है। इसी उद्देश्य से आज 10 हजार करोड़ रुपये की राशि भी इन दीदियों के खाते में ट्रांसफर की गई है।
देश में 1 करोड़ से ज्यादा बहनें पिछले दिनों अलग अलग योजनाओं और प्रयासों के कारण लखपति दीदी बन चुकी हैं। ये आंकड़ा छोटा नहीं है। आज का ये कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिहाज से बहुत ऐतिहासिक है।आज मुझे नमो ड्रोन दीदी अभियान के तहत 1 हजार आधुनिक ड्रोन, महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सौंपने का अवसर मिला है।