ब्रिटेन के लेस्टर में कैसे हो गया हिंदू-मुसलिम तनाव?
ब्रिटेन के लेस्टरशायर शहर में हिंदुओं और मुसलिमों के बीच तनाव फैल गया है। यह मुद्दा इतना बड़ा हो गया है कि पुलिस को दखल देना पड़ा है और कम से कम 15 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। पुलिस ने कहा है कि वे सभी पुलिस हिरासत में हैं।
लेस्टरशायर पुलिस ने एक बयान में कहा, 'शांति बहाल करने के लिए तितर-बितर करने और रोकने और तलाशी के अधिकार का इस्तेमाल किया गया।' इस मामले में पुलिस ने एक ट्वीट में आज के ताज़ा हालात को बताते हुए शांति बनाए रखने का समर्थन करने वालों को धन्यवाद दिया है।
An update on our response to the disorder in areas of East Leicester.
— Leicestershire Police (@leicspolice) September 18, 2022
Thank you to everyone who has supported our work to reduce tensions and bring people to justice. pic.twitter.com/8m35WQb6J0
कहा जा रहा है कि लेस्टर में मौजूदा तनाव का माहौल काफ़ी दिनों से अंदर ही अंदर बन रहा था। 28 अगस्त को भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद लेस्टर शहर में तनाव बढ़ गया था। तब से अब तक ऐसी ही गड़बड़ी के कई मामलों में पुलिस ने कहा कि 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तनाव का ताजा घटनाक्रम शहर में शनिवार को एक अनधिकृत विरोध मार्च आयोजित करने के बाद घटा। हिंदू और मुसलमान समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में पुलिस दो जगहों पर भीड़ को रोकने की कोशिश करती हुई दिखती है। उस वीडियो में काँच की बोतलें फेंकी गईं। कुछ लोग लाठी-डंडे लिए भी देखे गए।
अशोक स्वेन ने ट्वीट किया है, "इंग्लैंड के लेस्टर में दंगे जारी हैं। घोर हिंदू दक्षिणपंथी समूह 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे हैं और सड़कों पर मुसलमानों पर हमला कर रहे हैं।"
Riots continue in Leicester, England. Hindu far right groups shouting ‘Jai Sri Ram’ and attacking Muslims on the streets. pic.twitter.com/97fTIBsBiX
— Ashok Swain (@ashoswai) September 18, 2022
लेस्टर के पूर्वी हिस्से में बेलग्रेव रोड के एक स्थानीय माजिद फ्रीमैन ने द गार्जियन को बताया, 'वे बोतलें और हर तरह की चीजें फेंक रहे थे। वे हमारी मस्जिदों के सामने से आ रहे थे, समुदाय पर ताना मार रहे थे और लोगों को बेवजह पीट रहे थे।'
फ्रीमैन ने कहा कि इसके जवाब में युवा मुसलमानों ने भी एक मार्च निकाला। उन्होंने कहा, "उन्हे ऐसा लगता है कि 'हम पुलिस पर भरोसा नहीं कर सकते, हम खुद अपने समुदाय की रक्षा करने जा रहे हैं'।"
एक राष्ट्रीय हिंदू संगठन की पूर्व अध्यक्ष के रूप में जानी जाने वाली दृष्टि मे ने द गार्डियन के हवाले से कहा है कि हालिया अशांति अभूतपूर्व थी लेकिन यह हिंदू थे जिन्हें निशाना बनाया और परेशान किया जा रहा था।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक़ लेस्टर स्थित फेडरेशन ऑफ़ मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के एक नेता सुलेमान नागदी ने कहा कि कुछ बहुत ही असंतुष्ट युवक शहर में तबाही मचा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हमने सड़कों पर जो देखा वह बहुत ही चिंताजनक है। ...भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद से समुदाय में समस्याएँ रही हैं...। हमें शांत रहने की ज़रूरत है- अव्यवस्था को रोकना होगा और इसे अभी रोकना होगा।'
'द गार्जियन' की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के हिंदू और जैन मंदिरों के नेताओं ने कहा कि वे शनिवार के अनधिकृत मार्च के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस के साथ काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि लेस्टर में मुस्लिम समुदाय, हिंदू और जैन मंदिरों और सामुदायिक संगठनों के नेताओं ने शनिवार को मार्च के कारण की तह तक जाने के लिए काम करने का वादा किया है।
लेस्टरशायर पुलिस ने रविवार को कहा कि उन्हें शहर के नॉर्थ इविंगटन इलाक़े में युवकों के जमा होने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने कहा, 'अधिकारियों ने उनसे बात की और समुदायों को नुक़सान और अशांति को कम करने के लिए एक अस्थायी पुलिस घेरा बनाने सहित कई क़दम उठाए।' इसने कहा है कि हम लेस्टर में हिंसा, अव्यवस्था या धमकी को बर्दाश्त नहीं करेंगे और शांति व बातचीत का आह्वान करना जारी रखेंगे।