हिमाचल में सुक्खू कैबिनेट के 7 मंत्रियों ने शपथ ली
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार 8 जनवरी को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और कांग्रेस के सात विधायकों को हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शिमला में राजभवन में एक समारोह में नवनियुक्त मंत्रियों को शपथ दिलाई। यह शपथ ग्रहण काफी समय से रुका हुआ था, क्योंकि मुख्यमंत्री सुक्खू नाम नहीं तय कर पा रहे थे कि किसे मंत्री बनाया जाए और किसे छोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिल्ली के कई चक्कर लगाए। सोनिया गांधी से लेकर प्रियंका गांधी से मुलाकात की लेकिन न तो मंत्री बढ़ाने की अनुमति मिली और न ही सुक्खू की पसंद के नामों को जगह मिली। कांग्रेस आला कमान ने सुक्खू से बैलेंस बनाने को कहा था।
इस मंत्रिमंडल में सबसे उल्लेखनीय मौजूदगी पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के विधायक बेटे विक्रमादित्य सिंह की है। वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह इस समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। राज्य में जब कांग्रेस जीती और मुख्यमंत्री तय करने की बारी आई तो प्रतिभा सिंह ने अपना दावा पेश किया। इस पर काफी रस्साकशी हुई। लेकिन कांग्रेस आला कमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मोहर लगाई। जब प्रतिभा को बाजी हाथ से जाती दिखी तो उन्होंने खुद या बेटे को डिप्टी सीएम बनाने की मांग रखी लेकिन कांग्रेस आला कमान ने उनकी यह मांग नामंजूर कर दी। हालांकि अभी भी वीरभद्र परिवार के पास दो पद हैं। जिनमें एक पर प्रदेश अध्यक्ष पद और दूसरा अब मंत्री पद भी आ गया है।
सोलन (एससी) विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक धनी राम शांडिल मंत्री पद की शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति थे।
अन्य मंत्रियों में कांगड़ा से चंदर कुमार, सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, और शिमला से विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह और रोहित ठाकुर शामिल हैं। इनमें से विक्रमादित्य सिंह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी मां प्रतिभा वीरभद्र सिंह इस समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं।
शिमला जिले को जहां तीन मंत्री मिले हैं, वहीं कांगड़ा से सिर्फ चंदर कुमार को मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस ने शिमला जिले की आठ में से सात सीटों पर जीत हासिल की और कांगड़ा में उसने 15 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की।
इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविदर सिंह सुखू ने आज रविवार को यहां छह मुख्य संसदीय सचिवों को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्य संसदीय सचिव के रूप में सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, आशीष बुटेल, किशोरी लाल, संजय अवस्थी ने शपथ ली।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायक, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अन्य वरिष्ठ अधिकारी और नवनियुक्त मुख्य संसदीय सचिवों के परिवार के सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।