भारत आ रहे मालवाहक जहाज का अपहरण, इसके पीछे हूथी समूहः इजराइल
इज़राइल ने रविवार को आरोप लगाया कि यमन के हूथी मिलिशिया समूह ने ब्रिटिश स्वामित्व वाले और जापानी संचालित मालवाहक जहाज को जब्त कर लियाष यह कार्गोशिप दक्षिणी लाल सागर में भारत की ओर जा रहा था। तेल अवीव ने इसे "आतंकवाद का ईरानी कृत्य" और "ग्लोबल स्तर पर एक बहुत गंभीर घटना" कहा।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने पुष्टि की कि तेहरान के सहयोगी हूथी ने एक अंतरराष्ट्रीय जहाज को जब्त कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि जहाज पर कोई इजराइली नहीं था।
नेतन्याहू के दफ्तर ने कहा, "यह आतंकवाद का एक और ईरानी कृत्य है जो ग्लोबल शिपिंग मार्गों की सुरक्षा के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रभाव के साथ-साथ स्वतंत्र दुनिया के नागरिकों के खिलाफ ईरान दुस्साहस का प्रतिनिधित्व करता है।"
The hijacking of a cargo ship by the Houthis near Yemen in the southern Red Sea is a very grave incident of global consequence.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 19, 2023
The ship departed Turkey on its way to India, staffed by civilians of various nationalities, not including Israelis. It is not an Israeli ship.
मालवाहक जहाज का स्वामित्व एक ब्रिटिश कंपनी के पास है और इसका संचालन एक जापानी फर्म द्वारा किया जाता है। जहाज पर यूक्रेनी, बल्गेरियाई, फिलिपिनो और मैक्सिकन सहित विभिन्न राष्ट्रीयताओं के 25 चालक दल के सदस्य थे।
यह घटनाक्रम एक हूथी नेता की घोषणा के एक हफ्ते बाद आया है कि समूह लाल सागर और बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य में इजराइल और इजरायली जहाजों पर अपने हमले बढ़ाएगा। यह समूह हमास आतंकवादियों के साथ मिलकर लंबी दूरी की मिसाइल और ड्रोन सैल्वो से इजराइली चौकियों को निशाना बना रहा है। इजराइल और हमास युद्ध 7 अक्टूबर को शुरू हुआ था।
हूथी समूह ने अब तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हूथी एक जैदी शिया मुस्लिम आंदोलन है जो 1990 के दशक में उत्तरी यमन में उभरा। वे सुन्नी-प्रभुत्व वाली सरकार के विरोधी हैं और 2004 से यमनी सरकार के साथ छह युद्ध लड़ चुके हैं। 2014 में, उन्होंने राजधानी सना पर कब्ज़ा कर लिया और सरकार को भागने के लिए मजबूर कर दिया। तब से, हूथी सुन्नी अरब राज्यों के सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ गृह युद्ध लड़ रहे हैं।
इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका में इजराइली राजदूत माइकल हर्ज़ोग ने कहा कि देश को उम्मीद है कि "आने वाले दिनों में" हमास द्वारा बड़ी संख्या में बंधकों को रिहा किया जा सकता है। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि बातचीत चल रही है, लेकिन उन्होंने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि फिलिस्तीनी समूह के साथ एक समझौता हो गया है।